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    Chenab Bridge: एफिल टावर से भी ऊंचा है चिनाब ब्रिज, सर्दियों में घूमने के लिए सबसे बेस्ट, ऐसे करें विजिट

    Updated: Thu, 27 Nov 2025 12:52 PM (IST)

    चिनाब ब्रिज, एफिल टावर से भी ऊंचा, सर्दियों में घूमने के लिए शानदार जगह है। बर्फ से ढके पहाड़ और घाटी का दृश्य पर्यटकों को आकर्षित करता है। यहां पहुंचने के लिए ट्रेन या सड़क मार्ग का उपयोग किया जा सकता है। सुरक्षा का ध्यान रखना जरूरी है। स्थानीय संस्कृति का अनुभव भी किया जा सकता है।

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    चिनाब ब्रिज- यह पुल पूरे भारत को कश्मीर से जोड़ता है (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, जम्मू। क्षेत्रीय रेलवे उपयोगकर्ता परामर्श समिति (जेडआरयूसीसी) के सदस्यों ने बुधवार को जम्मू मंडल में निर्मित विश्व स्तरीय चिनाब रेल पुल और भारत के प्रथम केबल स्टेड अंजी खड्ड रेल पुल का निरीक्षण किया।

    इसमें पुल के निर्माण में अपनाई गई उन्नत इंजीनियरिंग तकनीक, संरचनात्मक विशेषताएं और निर्माण के दौरान सामने आई चुनौतियों की समीक्षा की गई।

    इस दौरान उत्तर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। अधिकारियों ने सदस्यों को दोनों पुलों से जुड़ी विस्तृत तकनीकी जानकारी प्रदान की और उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल परियोजना में इनकी भूमिका के बारे में बताया। चिनाब नदी पर निर्मित यह पुल विश्व इंजीनियरिंग इतिहास में एक अनूठी उपलब्धि माना जाता है। इसकी ऊंचाई पेरिस के एफिल टावर से भी 35 मीटर अधिक है, जो इसे संरचनात्मक दृष्टि से अद्वितीय बनाती है।

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    क्या है खासियत?

    • सुरक्षा के लिहाज से इसे रिक्टर स्केल पर 8 तीव्रता तक के भूकंप तथा 266 किमी प्रति घंटे की हवाओं को सहने योग्य तरीके से डिजाइन किया गया है।
    • यह पुल न केवल रेल कनेक्टिविटी बढ़ाएगा बल्कि दुर्गम क्षेत्रों में सुविधाजनक आवाजाही का मार्ग खोलेगा।
    • वहीं, अंजी खड्ड पुल देश का प्रथम केबल स्टेड रेल पुल है, जो चुनौतीपूर्ण पर्वतीय भूभाग में अत्याधुनिक तकनीक से निर्मित किया गया है।
    • लगभग 331 मीटर ऊंचे इस पुल ने जम्मू–कश्मीर के कठिन भौगोलिक क्षेत्र में सुगम और सुरक्षित कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने की दिशा में ऐतिहासिक योगदान दिया है। इसके निर्माण में प्रयुक्त तकनीक भविष्य की रेलवे परियोजनाओं के लिए मार्गदर्शक साबित होगी।
    • समिति के सदस्यों ने दोनों पुलों की मजबूती, सुरक्षा, डिजाइन और पर्यावरणीय संतुलन को अत्याधुनिक इंजीनियरिंग का उत्कृष्ट उदाहरण बताया। 
    • यह परियोजना न केवल जम्मू–कश्मीर के सामाजिक–आर्थिक विकास में मील का पत्थर सिद्ध होगी बल्कि भारत की तकनीकी क्षमता को वैश्विक स्तर पर सुदृढ़ करने में सहायक बनेगी।

    कहां-कहां कर सकते हैं विजिट

    चिनाब ब्रिज: इसकी ऊंचाई एफिल टावर (324 मीटर) से भी अधिक है और यह एक इंजीनियरिंग का उत्कृष्ट नमूना है।
    यहां से आप चिनाब नदी की खूबसूरती को बखूबी देख पाते हैं।
    चिनाब नदी पर रिवर राफ्टिंग का आनंद भी ले सकते हैं।
    चिनाब ब्रिज के पास भद्रवाह है, इसे 'मिनी कश्मीर' भी कहा जाता है। यहां की सुंदरता वाकई बेजोड़ है।
    भद्रवाह में ट्रैकिंग और कैंपिंग की जा सकती है।
    सर्दियों के मौसम में पहाड़ों से बादल, हल्की धूंध वातावरण को और खूबसूरत बनाते हैं।

    चिनाब ब्रिज कैसे करें विजिट

    चि‍नाब रेलवे ब्रिज घूमने जाएं तो यहां से आप वैष्‍णो देवी के दर्शन करने भी जा सकते हैं। चेनाब ब्रिज से कटड़ा की दूरी 40 किलोमीटर है। वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन करने के बाद आप शिवखोरी गुफा मंदिर भी जा सकते हैं।