पिता की वर्दी देख जागा जुनून, अब बेटी बनेगी सेना में अधिकारी; CDS की परीक्षा में हासिल की दूसरी रैंक
जम्मू कश्मीर पुलिस में डीएसपी जितेंद्र संब्याल की बेटी मृगु संब्याल ने सीडीएस परीक्षा में देश में दूसरा स्थान प्राप्त कर अपने परिवार और प्रदेश को गौरवान्वित किया है। बचपन से ही सेना में जाने का सपना देखने वाली मृगु को अपने पिता की वर्दी से प्रेरणा मिली। मृगु ने अपनी सफलता का श्रेय परिवार के सहयोग और कड़ी मेहनत को दिया है।

जागरण संवाददाता, जम्मू। बचपन से ही पिता को पुलिस की वर्दी में देखकर रोमांचित होने वाली बेटी अब खुद वर्दी में नजर आएगी। बेटी पुलिस की नहीं बल्कि सेना की वर्दी पहनने जा रही है और अपनी बेटी की इस कामयाबी पर आज उसका पिता खुशी से फूले नहीं समा रहा है।
यह बेटी है जम्मू कश्मीर पुलिस में डीएसपी जितेंद्र संब्याल की जिसने हाल ही में सीडीएस की परीक्षा में देश में दूसरा रैंक प्राप्त किया है। सैनिक कालोनी में रहने वाली मृगु संब्याल का कहना है कि उसक्ज्ञ बचपन में ही बेल्ट फोर्स में जाने का सपना था और उसने अपने इस सपने को एक पल भी नहीं भूला। पिता की वर्दी उसे हमेशा याद दिलवाती थी कि उसे भी उनकी तरह देश सेवा करना है।पिता की वर्दी ही मेरे लिए प्रेरणा बनी और मैं आज इस परीक्षा को पास कर दूसरा रैंक ला सकी।
इससे पहले पिछले वर्ष भी मृगु ने यूपीएससी की लिखित परीक्षा पास कर सीडीएस की एसएसबी भी पार की। उसे उस समय तीसवां रैंक मिला था। इसके बाद मृगु ने दोबारा परीक्षा देने की ठानी और दूसरा रैंक हासिल कर न सिर्फ अपने परिवार बल्कि पूरे जम्मू कश्मीर को गौरवांवित किया। मृगु ने बताया कि उसकी प्रारंभिक शिक्षा कार्मल कावेंट स्कूल में हुई और उसके बाद उसने हेरिटेज स्कूल से बारहवीं पास की।
बाद में उसने दिल्ली विश्वविद्यालय से पॉलिटिक्ल साइंस में बीए व मास्टर की।मृगु पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों में भी अव्वल रही है।वहीं मृगु का कहना है कि उसे परिवार से हमेशा ही यही सीख मिली है कि महिला किसी से कम नहीं हैं। वह मन से भी मजबूत होती है और यही सीख उसकी तैयारी में भी काम आई।मृगु का कहना है कि एसएसबी पर जाने से पहले उसने खुद को शारीरिक तौर भी तैयार किया था।
वहीं मृगु के पिता डीएसपी जितेंद्र संब्याल का कहना है कि वह आज जहां पहुंचे हैं, उनकी बेटी वहां से शुरूआत करेगी। किसी भी पिता के लिए यह पल जिंदगी के बेहतरीन पल होते हैं जबकि उनकी औलाद उनसे आगे निकलती है। उनका कहना है कि मैं चाहता हूं कि हमारे जम्मू कश्मीर बेटियां इसी तरह से तरक्की करें और प्रदेश को गौरवांवित करें।
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