किरू जलविद्युत प्रोजेक्ट में 2200 करोड़ का घोटाला, J&K पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक सहित आठ के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
सीबीआई ने किरू जलविद्युत परियोजना में 2200 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक और अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। आरोप है कि ठेका आवंटन में नियमों का उल्लंघन हुआ। सीबीआई ने कई स्थानों पर छापेमारी की और नकदी बरामद की। मलिक ने अस्पताल में भर्ती होने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। चिनाब नदी पर निर्माणाधीन किरू जलविद्युत परियोजना में सिविल कार्यों में हुए घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक समेत आठ लोगों के विरुद्ध जम्मू की विशेष अदालत में आरोपपत्र दायर किया है।
सीबीआइ के अनुसार, किरू जलविद्युत परियोजना के सिविल कार्यों के लिए 2200 करोड़ रुपये का ठेका आवंटित करने में नियम व प्रक्रिया का उल्लंघन हुआ है।
सीबीआइ ने तीन वर्ष की गहन जांच के बाद अदालत में दायर अपने आरोपपत्र में सत्यपाल मलिक, चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स के प्रबंध निदेशक एमएस बाबू, इसके निदेशक अरुण कुमार मिश्रा और एमके मित्तल, निर्माण कंपनी पटेल इंजीनियरिंग के प्रबंध निदेशक रूपेन पटेल व कंवलजीत सिंह डुग्गल को आरोपित बनाया है। आरोपपत्र में सत्यपाल के निजी सचिव कंवर सिंह राना और विरेन्द्र राना का भी नाम है।
फरवरी 2022 में लगे थे आरोप
सत्यपाल मलिक 23 अगस्त 2018 से 31 अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर राज्य के राज्यपाल रहे हैं। उन्होंने फरवरी 2022 में एक साक्षात्कार में आरोप लगाया था कि उन्हें किरू जलविद्युत परियोजना से संबधित कुछ फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये बतौर रिश्वत पेशकश की गई थी।
इस पर तत्कालीन जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मामले की सीबीआइ जांच कराने का फैसला लिया था। 20 अप्रैल 2022 को सीबीआइ ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
सीबीआइ ने अपनी जांच में बताया है कि चिनाब वैली पावर प्रोजेक्टस की 47वीं बोर्ड बैठक में चालू निविदा प्रक्रिया को रद कर रिवर्स नीलामी के साथ ई-टेंडरिंग के माध्यम से फिर से निविदा देने का निर्णय लिया गया, लेकिन इस निर्णय का कार्यान्वित नहीं हुआ और 48वीं बोर्ड बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार निविदा पटेल इंजीनियरिंग कंपनी को दे दी गई। सीबीआइ ने मामले की जांच का जिम्मा संभालने के बाद वर्ष 2022 से 2024 के बीच जम्मू-कश्मीर,
आईसीयू में भर्ती हैं सत्यपाल मलिक
सत्यपाल मलिक के सचिव बोले- यह विशुद्ध उत्पीड़न चार्जशीट दायर होने के बाद शाम को सत्यपाल मलिक के एक्स हैंडल से एक पोस्ट किया गया। इसमें अस्पताल के आइसीयू में भर्ती होने की उनकी फोटो भी पोस्ट की गई।
वहीं मलिक के निजी सचिव कंवर सिंह राना ने कहा कि पूर्व राज्यपाल 11 मई से दिल्ली में राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हैं। पिछले तीन दिनों से वह डायलिसिस पर हैं, उनकी हालत गंभीर है। चार्जशीट दायर होने को लेकर उन्होंने कहा कि यह उनका (सत्यपाल मलिक) विशुद्ध उत्पीड़न है। पिछले वर्ष भी जब वह अस्पताल में भर्ती थे तब सीबीआइ ने छापे मारे थे। हमने तब भी सीबीआइ से कहा था कि हमारा किसी भी भ्रष्टाचार से कोई वास्ता नहीं है।
ये भी हैं आरोपित
एमएस बाबू : चिनाब वेली पावर कॉरपोरेशन के तत्कालीन प्रबंध निदेशक
एमके मित्तल, अरुण कुमार मिश्रा : चिनाब वेली पावर कारपोरेशन के एनएचपीसी की तरफ से नियुक्त निदेशक थे। उनका कार्यकाल 2020 में ही समाप्त हो गया।
किरू जलविद्युत परियोजना
किरू जलविद्युत परियोजना चिनाब पर 624 मेगावाट की निर्माणाधीन परियोजना है। तय लक्ष्य के अनुसार परियोजना से इस वर्ष दिसंबर में उत्पादन आरंभ होगा।
फिलहाल निर्माण कार्य चल रहा है। यह परियोजना चिनाब वेली पावर प्रोजेक्ट्स एनएचपीसी, जम्मू-कश्मीर राज्य ऊर्जा विकास निगम का संयुक्त उपक्रम है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।