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    सीबीआई ने रिश्वत लेते इएसआइसी जम्मू के सोशल सिक्योरिटी ऑफिसर को दबोचा, शिकायत के बाद बिछाया जाल

    By Dinesh Mahajan Edited By: Rahul Sharma
    Updated: Tue, 18 Nov 2025 12:07 PM (IST)

    केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने जम्मू में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के एक सामाजिक सुरक्षा अधिकारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। शिकायत मिलने के बाद सीबीआई ने जाल बिछाया और अधिकारी को रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है।

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    सोशल सिक्योरिटी आफिसर ने कार्रवाई रोकने के लिए 10,000 रुपये की मांग की।

    जागरण संवाददाता, जम्मू। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को इंप्लाइज स्टेट इंशोरेंस कारपोरेशन (इएसआइसी) जम्मू के एक सोशल सिक्योरिटी आफिसर को 9,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान सत्येन्द्र कुमार, सोशल सिक्योरिटी आफिसर, जोकि रीजनल डायरेक्टर, कार्यालय, ईएसआईसी जम्मू में तैनात है।

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    सीबीआई के अनुसार यह कार्रवाई शिकायतकर्ता की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर की गई। शिकायत में बताया गया कि शिकायतकर्ता की पत्नी एक निजी फर्म चलाती थी, जो शुरुआत से ही निष्क्रिय रही और किसी प्रकार का व्यवसाय नहीं कर रही थी।

    इसके बावजूद ईएसआईसी, क्षेत्रीय कार्यालय जम्मू द्वारा फर्म को धारा 45 के तहत नोटिस जारी किए जा रहे थे, जिसमें योगदान जमा न करने का हवाला दिया गया था।

    शिकायतकर्ता जब इस संबंध में समाधान के लिए सोशल सिक्योरिटी आफिसर से मिले तो अधिकारी ने नोटिस की कार्रवाई रोकने और मामले को बंद करने के लिए 10,000 रुपये की मांग की। बाद में बातचीत में रिश्वत राशि 9,000 रुपये तय हुई।

    सीबीआई ने शिकायत की प्राथमिक जांच के बाद उसी दिन सोमवार को जाल बिछाया। जैसे ही आरोपित अधिकारी शिकायतकर्ता से 9,000 रुपये की रिश्वत ले रहा था, सीबीआई टीम ने उसे मौके पर ही पकड़ लिया। आरोपी को हिरासत में लेकर कानूनी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।

    सीबीआई प्रवक्ता के अनुसार आरोपित के आवास पर तलाशी जारी है, जिसमें अहम दस्तावेज और डिजिटल रिकार्ड की जांच की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि पूरे मामले की गहन जांच जारी है और यह जांच यह भी परखेगी कि कहीं रिश्वतखोरी का नेटवर्क बड़ा तो नहीं। इस कार्रवाई से सरकारी संस्थानों में भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के सीबीआई के प्रयासों को और मजबूती मिली है।