Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जम्मू बस स्टैंड से 46 KG हेरोइन के पीछे लश्कर का हाथ, नार्को टेरर से जुड़ा था मामला; जांच एजेंसी ने दायर की चार्जशीट

    Updated: Sun, 27 Jul 2025 05:07 PM (IST)

    राज्य जांच एजेंसी ने जम्मू नार्को टेरर मामले में आरोप पत्र दायर किया है जिसमें लश्कर-ए-तैयबा का संबंध सामने आया है। पुलिस ने सरताज सिंह को 33.580 किलोग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया था जिसके बाद अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी हुई। जांच में नार्को टेररिज्म का सीधा संबंध पाया गया है और यह मादक पदार्थों से प्रेरित आतंकवाद के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता है।

    Hero Image
    नार्को टेरर का लश्कर से कनेक्शन। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। राज्य जांच एजेंसी ने पिछले साल अगस्त में जम्मू और पंजाब में 46 किलोग्राम हेरोइन की जब्ती से जुड़े एक नार्को टेरर मामले में अपना पहला आरोप पत्र दायर किया है। इसमें पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा की भूमिका उजागर हुई है। इसमें यह सामने आया है कि यह मामला नार्काे आतंकवाद से जुड़ा था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह मामला पिछले साल 9 अगस्त को शुरू हुआ था जब पुलिस ने सटीक खुफिया सूचनाओं के आधार पर जम्मू के बस स्टैंड इलाके से 33.580 किलोग्राम से अधिक हेरोइन के साथ पंजाब के तरनतारन निवासी सरताज सिंह को गिरफ्तार किया था।

    सरताज से पूछताछ के आधार पर और इस मामले की तेजी से की गई जांच से दूसरे आरोपी अमृतपाल सिंह उर्फ फौजी की पहचान हुई जो शुरू में एक और खेप के साथ घटनास्थल से भाग गया था लेकिन बाद में पंजाब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

    उसके पास से 12.626 किलोग्राम अतिरिक्त हेरोइन बरामद हुई। अंतरराष्ट्रीय आयामों और उभरते आतंकी संबंधों के कारण, मामला एसआईए जम्मू को स्थानांतरित कर दिया गया और एनडीपीएस अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम के प्रावधानों के तहत जांच शुरू की गई।

    एक अधिकारी ने बताया कि एसआईए ने मामले में सक्षम अदालत के समक्ष अपना पहला आरोपपत्र दायर किया जिसमें अमृतपाल सिंह को लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े एक पाकिस्तान स्थित हैंडलर से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण सबूत सामने आए। इससे सीधा नार्को-आतंकवाद संबंध स्थापित हुआ।

    उन्होंने कहा कि यह सफलता सावधानीपूर्वक नियोजित तकनीकी, वैज्ञानिक और मानवीय खुफिया जानकारी के माध्यम से हासिल की गई।

    अधिकारी ने कहा कि आरोपपत्र में आरोपी दोनों और अन्य संलिप्त व्यक्तियों के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम और यूएपीए के तहत गंभीर अपराधों की पुष्टि की गई है। आरोपपत्र में आरोपियों और अन्य संलिप्त व्यक्तियों के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम और यूएपीए के तहत गंभीर अपराधों की पुष्टि की गई है।

    उन्होंने कहा कि यह मामला मादक पदार्थों से प्रेरित आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कानून प्रवर्तन के लिए एक बड़ी सफलता है और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और उसके बाहर आतंकवादी गतिविधियों को वित्तपोषित और समर्थन देने के लिए मादक पदार्थों की तस्करी के रास्तों का फायदा उठाने वाले अंतरराष्ट्रीय आपराधिक आतंकवादी सिंडिकेट द्वारा उत्पन्न निरंतर खतरे को उजागर करता है।