बीएसएनएल 4जी नेटवर्क से जुड़ जाएगा प्रदेश का हरेक कोना, प्रधानमंत्री आज करेंगे टावरों का उद्घाटन
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बीएसएनएल 4जी सेवाएँ शुरू हो रही हैं जिसका डिजिटल उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इससे दूरदराज के ग्रामीणों को बिना रुकावट नेटवर्क मिलेगा और 756 से अधिक गांवों तक 4जी कवरेज का विस्तार होगा। बीएसएनएल 1 अक्टूबर को अपना 25वां स्थापना दिवस मना रहा है। स्वदेशी तकनीक से निर्मित यह 4जी नेटवर्क जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के डिजिटल सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा सुरक्षित संचार को बढ़ाएगा।

जागरण संवाददाता, जम्मू। देश के अन्य हिस्सों के साथ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख प्रदेश के छूटे भाग भी आज शनिवार से बीएसएनएल के 4जी नेटवर्क से जुड़ जाएंगे। दूरदराज के ग्रामीणों को भी बिना किसी रुकावट के नेटवर्क मिल पाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज डिजिटल उद्घाटन करने जा रहे हैं।
यह जानकारी शुक्रवार को यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए बीएसएनएल जम्मू-कश्मीर के सीजीएम विजय कुमार सुरेंद्र ने दी। उन्होंने कहा कि बीएसएनएल 1 अक्टूबर को अपना 25वां स्थापना दिवस मनाने जा रहा है।
स्वदेशी 4जी सेवाओं का उद्घाटन करने के लिए तैयार
इस रजत जयंती वर्ष में और प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) शनिवार जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश सहित पूरे भारत में अपनी स्वदेशी 4जी सेवाओं का उद्घाटन करने के लिए तैयार है।
विजय कुमार सुरेंद्र ने बताया कि यह रोलआउट बीएसएनएल द्वारा देश भर में 92633 नए 4जी साइट्स के लांच का हिस्सा है। इसमें 4जी संतृप्ति परियोजना के तहत जम्मू और कश्मीर में 465 और लद्दाख में 174 डिजिटल भारत निधि (DBN) वित्त पोषित टावर शामिल हैं।
अछूते 756 से अधिक गांवों तक 4जी कवरेज का विस्तार होगा
उन्होंने कहा कि यह टावर टीसएस, तेजस आरएएन एकीकरण के साथ स्वदेशी रूप से विकसित सी-डाट कोर द्वारा संचालित हैं। उन्होंने कहा कि इन टावरों केल लगने अछूते 756 से अधिक गांवों और उनके आसपास की बस्तियों तक 4जी कवरेज का विस्तार होगा।
इससे तीन लाख से अधिक नागरिक डिजिटल मुख्यधारा में शामिल होंगे। उन्होंने दावा किया कि स्वदेशी 4जी तकनीक कश्मीर घाटी, डोडा, किश्तवाड़, पीरपंचाल, नुब्रा घाटी, पनागोंग झील और सीमावर्ती क्षेत्रों सहित रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सुरक्षित संचार को बढ़ा रही है।
उन्होंने कहा कि जम्मू, कश्मीर तथा लद्दाख में बीएसएनएल का 4जी नेटवर्क पहले से ही प्रतिदिन औसतन लगभग 42 हजार जीबी डेटा ट्रैफ़िक और 6500-7000 एर्लांग वॉयस ट्रैफ़िक वहन करता है जो इस क्षेत्र में मजबूत डिजिटल अपनाने और विश्वसनीय कनेक्टिविटी की मांग को दर्शाता है।
डिजिटल सशक्तिकरण:
छात्रों, छोटे व्यवसायों और स्थानीय उद्यमियों को विश्वसनीय 4जी से लाभ होगा जो शहरी-ग्रामीण डिजिटल विभाजन को पाटेगा। जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में कुल मिलाकर एक लाख बीएसएनएल 4जी ग्राहक जुड़े हैं और हर महीने हजारों नए उपयोगकर्ता नेटवर्क से जुड़ रहे हैं क्योंकि कवरेज का विस्तार दूरस्थ और सीमावर्ती ज़िलों तक हो रहा है।
बीएसएनएल का वित्तीय लाभ बढ़ा
सीजीएम ने कहा कि लगभग दो दशकों के बाद बीएसएनएल ने लगातार लाभ दर्ज किया है। वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 262 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में 280 करोड़ का लाभ हुआ है।
देश भर में बीएसएनएल ने एक करोड़ से ज्यादा नए 4जी ग्राहक जोड़े हैं और पिछले वर्ष 2 लाख एफटीटीएच कनेक्शन जोड़े गए हैं। यह वृद्धि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश में भी दिखाई दे रही है। जहां ग्रामीण क्षेत्रों में डेटा उपयोग के साथ-साथ बीएसएनएल के ग्राहक आधार में भी वृद्धि हुई है।
आत्मनिर्भरता का प्रतीक
इस लान्च के साथ भारत उन चुनिंदा पांच देशों (स्वीडन, फ़िनलैंड, दक्षिण कोरिया, चीन और भारत) की सूची में शामिल हो गया है जिन्होंने पूरी तरह से स्वदेशी 4जी स्टैक विकसित और स्थापित किया है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश के लिए इसका मतलब है लद्दाख के पहाड़ों से लेकर कश्मीर की घाटियों तक- किफायती, विश्वसनीय और सुरक्षित कनेक्टिविटी।
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