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Jammu Lok Sabha Election 2024: भाजपा हैट्रिक तो कांग्रेस वापसी के लिए आज प्रचार में झोंकेंगी पूरी ताकत, 26 तारीख को मतदान

जम्मू-कश्मीर के पहले चरण के चुनाव के बाद 26 अप्रैल को दूसरे चरण के लिए वोटिंग होगी। बता दें जम्मू-रियासी लोकसभा सीट के लिए चुनाव प्रचार बुधवार को थम जाएगा। जम्मू सीट पर 26 अप्रैल को मतदान होगा। 12 निर्दलीयों समेत कुल 22 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस में मुख्य मुकाबला है।

By Monu Kumar Jha Edited By: Monu Kumar Jha Published: Wed, 24 Apr 2024 12:59 PM (IST)Updated: Wed, 24 Apr 2024 01:14 PM (IST)
Jammu News: भाजपा हैट्रिक तो कांग्रेस वापसी के लिए आज प्रचार में झोंकेगी पूरी ताकत। सोशल मीडिया

राज्य ब्यूरो, जम्मू। (Jammu Kashmir Lok Sabha Election 2024 Hindi News) जम्मू-रियासी लोकसभा सीट के लिए चुनाव प्रचार बुधवार को थम जाएगा। इस सीट पर 26 अप्रैल को मतदान होगा। 12 निर्दलीयों समेत 22 प्रत्याशी मैदान में हैं। तीन जिलों जम्मू, सांबा (Samba News) और रियासी के 17 और राजौरी जिले के एक विधानसभा क्षेत्र में विस्तृत यह प्रदेश का एकमात्र ऐसा संसदीय क्षेत्र है। जहां 75 प्रतिशत मतदाता हिंदू हैं और यहां मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है।

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भाजपा इस सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने व जीत के लिए वोटों का अंतर बढ़ाने के लिए जी-जान से जुटी है तो कांग्रेस अपना झंडा फिर से गाढ़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। दिलचस्प है लीथियम धातु भी इसी क्षेत्र में है तो श्री माता वैष्णो देवी का भवन इस संसदीय क्षेत्र की पहचान है। चिनाब नदी पर बना सबसे ऊंचा रेलवे पुल भी इसी लोकसभा क्षेत्र की शान बढ़ाता है।

भाजपा के जुगल किशोर और कांग्रेस के रमन भल्ला में टक्कर

जम्मू-रियासी संसदीय क्षेत्र ( Jammu-Reasi Lok Sabha seat 2024) में भाजपा के खिलाफ कांग्रेस (Jammu Congress) के उम्मीदवार को पीडीपी (PDP News) और नेशनल कॉन्फ्रेंस ( National Conference News) का पूरा समर्थन है। भाजपा (Jammu BJP) के जुगल किशोर (Jugal Kishore Sharma) वर्ष 2014 में पहली बार यहां से चुनाव जीत थे। इसके बाद वर्ष 2019 में भी उन्होंने यह सीट जीती और अब एक बार फिर मैदान में हैं। कांग्रेस के रमन भल्ला ( Raman Bhalla) उनके मुकाबले में हैं।

अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार लोकसभा चुनाव

स्थानीय मतदाताओं के लिए प्रत्याशियों से कहीं ज्यादा विकास, विकास की आकांक्षा और नशा तस्करी का मकड़जाल इस पूरे क्षेत्र में कहीं ज्यादा मायने रखता है। इस संसदीय क्षेत्र के 17,80,738 मतदाताओं में से 11,86,594 मतदाता अकेले जम्मू जिले (Jammu News) के 11 विधानसभा क्षेत्रों में हैं। पांच अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के बाद जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir News) में पहली बार लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) हो रहे हैं।

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जम्मू संभाग में बहुसंख्यक आबादी हमेशा से अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण की पक्षधर रही है इसलिए उसका प्रभाव भी है। इसके अलावा जम्मू जो कि मंदिरों का शहर है, में अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर का पुनर्निर्माण भी मतदाताओं के एक बड़े वर्ग को मतदान के लिए उत्साहित कर रहा है। यह बात दीगर है कि चुनाव में प्रभु श्री राम के मंदिर की खुलकर चर्चा नहीं होती।

इसे लेकर अमित खजूरिया और नलिनी ने कहा कि यह मंदिर किसके कारण बना है, सभी जानते हैं और उसका साथ देने को सभी तैयार हैं। जम्मू में अगर कोई इसकी चर्चा नहीं करता है तो उसका यह मतलब नहीं कि इसे भूल गए हैं। यह हमारी भावनाओं में बना रहेगा। अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के बाद बंद हुई दरबार मूव की व्यवस्था से स्थानीय व्यापारियों का एक बड़ा वर्ग आहत है।

रमन शर्मा और सुहेल खान ने कहा कि सचिवालय जब सर्दियों में जम्मू में होता था तो यहां कारोबार भी खूब होता था। अब सचिवालय के जम्मू आने या जम्मू से श्रीनगर जाने की प्रथा बंद हो गई है और उसका असर सर्दियों के दौरान स्थानीय कारोबारी गतिविधियों पर महसूस किया जा सकता है। जम्मू सीट का पहली बार हिस्सा बने राजौरी जिले के माहौर में रहने वाले रशीद मलिक ने कहा कि हम सबसे पिछड़ों में हैं।

पहले हम ऊधमपुर लोकसभा क्षेत्र के साथ थे, अब जम्मू के साथ

हमारी उपेक्षा होती आयी है। पहले हम ऊधमपुर लोकसभा क्षेत्र (Udhampur Lok Sabha News 2024) के साथ थे, अब जम्मू के साथ हैं। शायद अब हमारी तकदीर बदले और इसका हमें यकीन है क्योंकि पहली बार हमारे इलाके में भाजपा ओर कांग्रेस के प्रत्याशियों व उनके नेताओं ने जमकर प्रचार किया है। हमारा जो पुराना सांसद है, उसने कभी हमारे क्षेत्र की तरफ ध्यान नहीं दिया।

बता दें कि रियासी ही जम्मू संसदीय क्षेत्र का एक ऐसा जिला है, जहां गुज्जर-बक्करवाल (Gujjar-Bakkarwal) और पहाड़ी अनुसूचित जनजाति (Hill Scheduled Tribe) का अच्छा खासा प्रभाव है। इमरान खान ने कहा कि कांग्रेस हो या भाजपा या कोई अन्य, किसी ने हमारे क्षेत्र की तरफ ज्यादा ध्यान नहीं दिया है।

हमारे उम्मीदवार रमण भल्ला अच्छी स्थिति में हैं। हम यहां सरकार के भ्रष्टाचार हटाने, विकास को बहाल करने के फर्जी दावों को बेनकाब कर रहे हैं। यहां के संसाधन बाहरी लोगों को दिए जा रहे हैं और स्थानीय लोग इससे परेशान हैं। यहां ड्रग्स का कारोबार बढ़ चुका है, अपराध बढ़ रहे हैं और लोग बदलाव चाहते हैं। -रविंद्र शर्मा, प्रवक्ता, प्रदेश कांग्रेस

जिस गति से विकास होना चाहिए वह नहीं हुआ

रियासी के संजय कुमार ने कहा कि लीथियम का भंडार हमारे इलाके में है, चिनाब नदी पर विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे पुल भी यही पर है, लेकिन जिस गति से विकास होना चाहिए वह नहीं हो रहा है। बेरोजगारी भी मसला है। आप हमारे इलाके में सड़कों की स्थिति देखो।

हम जीत का अंतर बढ़ाने जा रहे हैं। लोग हमारे साथ हैं। जुगल किशोर शर्मा का काम सभी ने देखा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मिशन को आगे बढ़ाने में अच्छा काम किया है। -देवेंद्र सिंह राणा, वरिष्ठ नेता, भाजपा

रियासी से माहौर जाने वाली सड़क पर जब कोई वाहन दुर्घटनाग्रस्त होता तो है तो उसमें सवार लोगों के जिंदा बचने की उम्मीद नहीं रहती। हम तो विकास के आकांक्षी हैं। नशा भी बड़ी समस्या है, उससे निजात जरूरी है।

अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही

भाजपा नेता संजय महाजन ने कहा कि जम्मू में ही तिरुपति बाला जी का मंदिर बनाया जा रहा है, यहां कृत्रिम झील बन रही है। वंदे भारत रेलगाड़ी भी कटड़ा तक चलाई जा रही है। इससे जम्मू संभाग की अर्थव्यवस्था को ही मजबूती मिल रही है।

2014 में भाजपा ने यह सीट 2.57 लाख वोटों के अंतर से और 2019 में 3.02 लाख वोटों के अंतर से जीती थी। पिछले चुनाव में जिन क्षेत्रों में कांग्रेस को ज्यादा वोट मिले थे, उनमें से अधिकांश इलाके अब अनंतनाग-राजौरी सीट का हिस्सा बन चुके हैं। पूरे प्रदेश में जम्मू सीट पर अनुसूचित जाति की आबादी 9.24 प्रतिशत और अनुसूचित जनजाति की आबादी लगभग 23 प्रतिशत है। -एडवोकेट अजात जम्वाल, राजनीतिक मामलों के जानकार

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