पहलगाम हमले पर बड़ा अपडेट, NIA ने आतंकियों की पहचान के जुटा लिए सबूत; कब किया जाएगा खुलासा?
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बैसरन पहलगाम नरसंहार में शामिल आतंकियों की पहचान के पर्याप्त सबूत जुटाने का दावा किया है, लेकिन उचित समय पर खुलासा करने की बात कही है। NIA ने मीडिया से भ्रामक जानकारी से बचने का आग्रह किया है, क्योंकि इससे जांच प्रभावित हो सकती है। 22 अप्रैल को हुए इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। NIA ने दो मददगारों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने तीन अन्य आतंकियों के बारे में जानकारी दी है।
पहलगाम आतंकी हमले की जांच को लेकर NIA ने दिया अपडेट।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने मंगलवार को यकीन दिलाया है कि उसने बैसरन पहलगाम नरसंहार में लिप्त आतंकियों की पहचान के बारे में पर्याप्त सुबूत जुटाए हैं, लेकिन उनका खुलासा उचित समय पर किया जाएगा। इसके साथ ही एनआईए ने मीडिया से इस मामले में किसी प्रकार की भ्रामक, अपुष्ट सूचनाओं और कवरेज से परहेज करने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे जांच प्रभावित हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल को आतंकियों ने बैसरन पहलगाम में आतंकियों ने 25 पर्यटकों और एक घोड़े वाले समेत 26 लोगों की हत्या की। इस मामले की जांच में मिले सुरागों के आधार पर एनआईए ने गत रविवार को पहलगाम से आतंकियों के दो मददगारों परवेज अहमद और बशीर अहमद को गिरफ्तार किया है।
इन दोनों का एनआईए ने 23 जून 2025 को पांच दिन का रिमांड भी प्राप्त किया है। इसी दौरान कई जगह कथित तौर पर दावा किया गया कि बैसरन पहलगाम हमले के बाद जिन आतंकियों के स्कैच सुरक्षा व जांच एजेंसियों ने जारी किए थे, वह हमले में लिप्त नहीं है, क्योंकि पकड़े गए दोनों आरोपितों ने किन्हीं अन्य तीन आतंकियों के बारे में बताया है।
एनआईए के प्रवक्ता ने कहा कि बैसरन पहलगाम नरसंहार सें संबधित मीडिया कवरेज के आकलन के दौरान पाया गया है कि कुछ सूचनाएं केवल अटकलों के आधार पर प्रकाशित की गई है। मीडिया और इंटरनेट मीडिया पर प्रकाशित ऐसी भ्रामक सूचनाएं पहलगाम में आतंकी हमले में शामिल आतंकवादियों के स्केच और पहचान के बारे में हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि 22 जून 2025 को इस हमले के सिलसिले में गिरफ्तार आरोपितों ने पूछताछ के दौरान, हमले में लिप्त तीन सशस्त्र आतंकियों के बारे में कई अहम जानकारियां दी हैं। उन्होंने उनकी पहचान के बारे के बताया है। एनआईए ने आतंकियों की पहचान के बारे में पर्याप्त सबूत जुटाए हैं।
इसमें पीड़ितों के प्रत्यक्षदर्शी बयान, वीडियो फुटेज, तकनीकी साक्ष्य और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा जारी किए गए स्केच शामिल हैं। इन सभी सबूतों का सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा रहा है और एनआईए अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है। जांच पेशेवर तरीके से की जा रही है और आतंकी हमले के सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है। आतंकवादियों की पहचान और अन्य विवरण उचित समय पर सार्वजनिक किए जाएंगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।