Ladakh LG: तीन युद्धों के 'महानायक' बीडी मिश्रा ने ली लद्दाख के उपराज्यपाल पद की शपथ
रविवार को सेवानिवृत ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के उपराज्यपाल पद की शपथ ले ली। अब लद्दाख की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है। सेवा ...और पढ़ें

जम्मू ,जागरण संवाददाता। सेवानिवृत ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के उपराज्यपाल पद की जिम्मेदारी संभाल ली है। जम्मू कश्मीर व लद्दाख उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश एन कोटिश्वर सिंह ने रविवार सुबह उन्हें लेह में शपथ दिलाई।
लेह के राज निवास में सुबह ग्यारह बजे हुए शपथ ग्रहण समारोह में जस्टिस ताशी रबस्तान, लेह अटानम हिल डेवेलमपेंट काउंसिल लेह के चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसिलर ताशी ग्यालसन, कारगिल अटानम हिल डेवेलमपेंट काउंसिल लेह के चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसिलर फिरोज खान, लद्दाख के सांसद जामयांग सेरिंग नाम्गयाल, काउंसिलर, प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी व क्षेत्र के कई गणमान्य लोग मौजूद थे। उपराज्यपाल बीडी मिश्रा के रविवार सुबह लेह पहुंचने पर उनका स्वागत किया गया। इसके बाद वह वहां से सीधे लेह के सिंधु संस्कृति भवन के लिए रवाना हो गए।
ऐसा है बीडी मिश्रा का करियर
सेवानिवृत ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा लद्दाख के दूसरे उपराज्पाल हैं। नई जिम्मेदारी संभालने से पहले वह अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल थे। लद्दाख के पहले उपराज्यपाल आरके माथुर को लद्दाख में छठे शेड्यूल, राज्य बनाने की मांगों को लेकर हो रहे धरने, प्रदर्शनों के बाद बदला गया है। उन्होंने लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद 31 अक्टूबर 2019 को उपराज्यपाल पद की जिम्मेदारी संभाली थी। ब्रिगेडियर मिश्रा को उपराज्यपाल बनाने के बाद गत दिनों पूर्व उपराज्यपाल आरके माथुर लद्दाख से विदा हो गए थे।
लद्दाख के हितों के लिए तत्पर बीडी मिश्रा
इसी बीच पाकिस्तान, चीन से हुए युद्धों में हिस्सा ले चुके ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा सेना के वरिष्ठ अधिकारी के रूप में सीमा रक्षण व आतंक से निपटने का खासा अनुभव रखते हैं। ऐसे में वह रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण लद्दाख के उपराज्यपाल के रूप में अहम भूमिका निभाएंगे। इस समय सेना व लद्दाख प्रशासन मिलकर लद्दाख के दूरदराज इलाकों में बुनियादी ढांचे को विकसित करने के साथ सीमांत इलाकों में पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में भी काम कर रहा है। नए उपराज्यपाल लद्दाख में विकास को तेजी देने, प्रदेश को कार्बन न्यूट्रल बनाने के साथ क्षेत्र के निवासियों की उम्मीदों पर खरा उतरने की दिशा में भी काम करेंगे।
लद्दाख के हितों को लेकर इस समय लद्दाख की सियासत को गरमाने की तैयारी हो रही है। लद्दाख के हितों को लेकर लेह, कारगिल के संगठन दिल्ली तक प्रदर्शन कर चुके हैं। ऐसे में नए उपराज्यपाल के समक्ष मुख्य चुनौती, क्षेत्र में बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था बनाकर जनआक्रोश को समाप्त करना होगी।

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