Baramulla News: बर्फीले पानी में ग्रामीणों पैदल करते थे नाला पार, सेना ने एक दिन में बनाया पुल
कश्मीर के बारामुला जिले के एक गांव में लोगों को जिला मुख्यालय तक जाने के लिए बर्फीले पानी के एक नाले को पैदल पार करना पड़ता था। क्षेत्र में तैनात सेना ने ग्रामीणों की इस दिक्कत को समझा और एक ही दिन में लकड़ी का अस्थायी पुल तैयार कर दिया।

राज्य ब्यूरो, जम्मू : कश्मीर के बारामुला जिले का दूरदराज गांव घघर हिल। पहाड़ी पर बसे इस गांव के लोगों को जिला मुख्यालय तक आने में कड़ाके की ठंड में बर्फीले पानी के एक नाले को पैदल पार करना पड़ रहा था। विशेषकर विद्यार्थियों, महिलाओं और मरीजों को इससे सबसे ज्यादा परेशानी हो रही थी।
क्षेत्र में तैनात सेना ने ग्रामीणों की इस दिक्कत को समझा और मदद के लिए हाथ बढ़ाया। सेना ने एक ही दिन में 20 फीट लंबा और तीन फीट चौड़ा लकड़ी का अस्थायी पुल तैयार कर दिया। पुल बनते ही घघर हिल के ग्रामीणों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है और वह बार-बार सेना का धन्यवाद कर रहे हैं।
लोगों का जीवन सरल बनाने में जुटी सेना
कश्मीर में सेना आतंकवाद को कुचलने के साथ-साथ स्थानीय लोगों का जीवन भी सरल बनाने में जुटी है। बारामुला की बोनियार तहसील के घघर हिल के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। उन्हें सबसे ज्यदा परेशानी जिला मुख्यालय आने में रास्ते में पड़ते नाले को पार करने में आती थी।
सर्दी हो या गर्मी, पुल न होने से ग्रामीणों को नाले के बीच से होकर गुजरना पड़ता था। पूर्वर्ती सरकारों ने ग्रामीणों की दिक्कतें दूर करने का कभी प्रयास नहीं किया। स्थानीय लोगों की इस मुश्किल के बारे में सेना के अधिकारियों को जानकारी मिली।
जेसीबी की सहायता से बनाया अस्थाई पुल
सेना के जवानों ने वीरवार को जेसीबी की सहायता से लकड़ी और अपनी निर्माण सामग्री से नाले को पार करने के लिए अस्थायी पुल बना दिया। इस काम में ग्रामीणों ने भी सहयोग दिया। पुल तैयार होने से ग्रामीण अब आसानी से गांव आ-जा सकेंगे। बता दें कि भारतीय सेना आतंक और अलगाववाद की कमर तोड़ने के साथ ही आम लोगों के साथ पूरी तरह खड़ी रहती हैं। साथ ही बुनियादी सुविधाओं पर भी ध्यान देती है।
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