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Baramulla Grenade Attack: SSP बारामूला का खुलासा; सुरक्षाबलों को नहीं, लोगों को निशाना बनाकर फेंका गया ग्रेनेड

यह ग्रेनेड गाड़ी से दूसरी तरफ फटा है। यह पक्का है कि यह हमला सुरक्षाबलों पर नहीं बल्कि उनकी मौजूदगी में आम जनता को निशाना बनाने के लिए ही किया गया है। इससे यह जाहिर होता है कि यह हमला लोगों में दहशत पैदा करने के लिए किया गया है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 09 Dec 2020 01:56 PM (IST)Updated: Wed, 09 Dec 2020 04:36 PM (IST)
Baramulla Grenade Attack: SSP बारामूला का खुलासा; सुरक्षाबलों को नहीं, लोगों को निशाना बनाकर फेंका गया ग्रेनेड
जिस जगह ग्रेनेड फटा है, वह एसएसबी जवानों की गाड़ी से कई मीटर दूर है।

श्रीनगर, जेएनएन। कश्मीर में सामान्य होते हालात आतंकवादी संगठनों को रास नहीं आ रहे हैं। अनुच्छेद 370 हटने के बाद घाटी में जो बदलाव आया है, उससे आम नागरिकों में एक बार फिर शांतिपूर्वक जीवन जीने की उम्मीद जगी है। यही वजह है कि आम नागरिक भी अब आतंकवाद का विरोध और सुरक्षाबलों की कार्रवाई को सही ठहरा रहे हैं। जिला विकास परिषद के चुनाव में कश्मीर की आम जनता की भागीदारी भी यह स्पष्ट करती है। परंतु आतंकी संगठनों को यह बदलाव रास नहीं आ रहा है। अपनी दहशत को कश्मीर में कायम रखने के लिए आतंकवादी संगठनों ने सुरक्षाबलों के साथ अब अाम लोगों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है।

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इस बात का खुलासा एसएसपी बारामूला अब्दुल क्यूम ने मीडिया के समक्ष किया। उन्होंने बताया कि जिला बारामूला के पट्टन के सिंहपोरा बाजार में ग्रेनेड हमले की सूचना मिलते ही वह मौके पर पहुंच गए थे। जांच टीम यह जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रही थी कि आतंकियों ने यह हमला कहां से और किस पर किया। उन्होंने बताया कि एसएसबी की एक गाड़ी गश्त लगाकर वहां पहुंची थी, जो वहां से वापस मुड़ रही थी। उसी दौरान आतंकियों ने यह ग्रेनेड हमला किया। परंतु जिस जगह ग्रेनेड फटा है, वह एसएसबी जवानों की गाड़ी से कई मीटर दूर है।

एसएसपी ने कहा कि ऐसा बड़ी बार होता है कि आतंकी किसी अघात वाहन पर सवार या भीड़ में छिपकर सुरक्षाबलों को निशाना बनाते हुए ग्रेनेड फेंकते हैं। परंतु अकसर ग्रेनेड सुरक्षाबलों से कुछ दूरी पर गिरकर फट जाता है परंतु इसमें ऐसा नहीं है। यह ग्रेनेड गाड़ी से दूसरी तरफ फटा है।यह पक्का है कि यह हमला सुरक्षाबलों पर नहीं बल्कि उनकी मौजूदगी में आम जनता को निशाना बनाने के लिए ही किया गया है। इससे यह जाहिर होता है कि यह हमला लोगों में दहशत पैदा करने के लिए किया गया है।

उन्होंने यह भी बताया कि जिला बारामुला में अब कोई स्थानीय आतंकवादी नहीं है। जो आतंकी यहां सक्रिय हैं, वे सभी विदेशी हैं। इसी वजह से उन्हें आम लोगों को निशाना बनाने से भी कोई परहेज नहीं है। पाकिस्तान में बैठे उनके आका जिस तरह का उन्हें आदेश देंगे, वे उस पर अमल करेंगे।

उन्होंने बताया कि इस ग्रेनेड हमले में छह लोग घायल हुए हैं जिनमें एक महिला भी शामिल है। वहीं ग्रेनेड हमले में घायल नागरिकों की पहचान गुलाम मोहम्मद पारे पुत्र मोहम्मद रमजान पारे, गुलजार अहमद खान पुत्र गुलाम मोहिउद्दीन, मंजूर अहमद भट पुत्र गुलाम मोहम्मद भट, आशिक डार पुत्र जुबेर अहमद डार पुत्र आशिक डार सभी सिंहपोरा के रहने वाले हैं। इनके अलावा तबस्सुम पुत्री अब्दुल रहमान निवासी डूडीपोरा हंदवाड़ा, फरमान अली निवासी उत्तर प्रदेश भी शामिल हैं।

हमलावरों की तलाश के लिए सेना की 55 आरआर, सीआरपीएफ और एसओजी की संयुक्त टीम ने तलाशी अभियान चलाया हुआ है। एसएसपी ने यह दावा किया कि इस तरह की आतंकी मुठभेड़ या ग्रेनेड हमलों से जिला विकास परिषद के चुनावों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। सुरक्षाबल लोगों की सुरक्षा के लिए तैनात है। 


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