नहीं रहे ऐतिहासिक गुरुद्वारों के निर्माता बाबा बीरा जी, गुरुद्वारा यादगार श्री गुरु नानक देव जी चांद नगर जम्मू में किया अंतिम संस्कार
देश में ऐतिहासिक गुरुद्वारों के निर्माता जसबीर सिंह जो बाबा बीरा जी के नाम से लोकप्रिय थे का आज निधन हो गया। बाबा बीरा जी का राजौरी में सुबह दस बजे के करीब निधन हुआ। गुरु नानक देव जी चांद नगर जम्मू में शाम को अंतिम संस्कार कर दिया गया।

जम्मू, राज्य ब्यूरो । देश में ऐतिहासिक गुरुद्वारों के निर्माता जसबीर सिंह जो बाबा बीरा जी के नाम से लोकप्रिय थे, का आज निधन हो गया। बाबा बीरा जी का राजौरी में सुबह दस बजे के करीब निधन हुआ। वह नौशहरा में गुरुद्वारा का निर्माण करवाने के लिए गए थे। बाबा बीरा जी का गुरुद्वारा यादगार श्री गुरु नानक देव जी चांद नगर जम्मू में शाम को अंतिम संस्कार कर दिया गया।
उन्होंने जम्मू कश्मीर में बीस से अधिक गुरुद्वारों का निर्माण करवाया। उनके निधन से सिख समुदाय में शोक की लहर है। आल पार्टीज सिख कोआर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन जगमोहन सिंह रैना ने बाबा बीरा जी के निधन पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने कहा कि बाबा बीरा जी के निधन से सिख समुदाय को जो नुकसान पहुंचा है, उसकी भरपाई नहीं हो सकती। जम्मू कश्मीर में गुरुद्वारा छठी पातशाही, गुरुद्वारा कमालपोरा, गुरुद्वारा सियालकोट बारामुला के निर्माण में बाबा बीरा जी ने अहम भूमिका निभाई।
बाबा बीरा जी निस्वार्थ भाव से सिख समुदाय सेवा करते रहे और गुरुद्वारों के निर्माण में उनकी अहम भूमिका रही। बाबा बीरा जी ने अपना सारा जीवन गुरु घर को समर्पित कर दिया था। बाबा बीरा जी ने असम, पटना समेत देश के विभिन्न हिस्सों में गुरुद्वारों का निर्माण करवाया। पेशेवर इंजीनियर रहे बाबा बीरा जी ने अपना जीवन गुरुद्वारों के निर्माण में लगाया। वह युवाओं के लिए प्ररेणास्रोत रहे।
नेशनल सिख फ्रन्ट के चेयरमैन वीरेंद्र जीत सिंह ने बाबा बीरा जी के निधन पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने कहा कि निस्वार्थ भाव से सिख कौम की सेवा करने वाले बाबा बीरा के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। बाबा बीरा का गुरुद्वारा यादगार श्री गुरु नानक देव जी चांद नगर के निर्माण में भी अहम योगदान रहा। जम्मू गुरुद्वारा प्रबंधक बोर्ड के प्रधान टीएस वजीर, जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जम्मू के महासचिव फतेह सिंह और अन्य सिख नेताओं ने बाबा बीरा जी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
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