Jammu Kashmir : बलिदानियों की बेटियों में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने आगे आई अथर्व फाउंडेशन, दिए आइपैड
अथर्व फाउंडेशन ने जम्मू-कश्मीर में शहीद जवानों की बेटियों को डिजिटल शिक्षा प्रदान करने के लिए श्रीनगर में आईपैड बांटे। फाउंडेशन ने इन बेटियों के लिए विशेष छात्रवृत्ति की घोषणा भी की जिससे उनके परिवारों को शिक्षा में मदद मिलेगी। चेयरमैन सुनील राणे ने कहा कि यह पहल बेटियों को सशक्त बनाने के लिए है और आगे भी जारी रहेगी।

राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। जम्मू-कश्मीर में बलिदानियों की बेटियों में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अथर्व फाउंडेशन आगे आई है। फाउंडेशन ने श्रीनगर में बलिदानियों की बेटियों में आइपैड वितरित किए।
यही नहीं उन्हाेंने जम्मू-कश्मीर में बलिदानियों की बेटियों के लिए विशेष छात्रवृत्ति की घोषणा भी की। इससे बलिदानियों के स्वजनों को अपनी बेटियों को शिक्षा देने में सहायता मिलेगी। अथर्व फाउंडेशन के चेयरमैन सुनील राणे स्वयं श्रीनगर में बलिदानियों की बेटियों को आइपैड उपलब्ध करवाने के लिए पहुंची थी।
जिला सैनिक कल्याण कार्यालय, श्रीनगर में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में, बलिदान जवानों की बेटियों को चेयरमैन ने आईपैड वितरित किए। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के बलिदानी जवानों की बेटियों को डिजिटल शिक्षा के लिए सशक्त बनाने के उद्देश्य से ही यह पहल की गई है। यह आगे भी जारी रहेगी।
इस अवसर पर अथर्व फाउंडेशन ने श्रीनगर जिला सैनिक कल्याण कार्यालय के अधिकारी ग्रुप कैप्टन डॉ. फारूक फरीद नबी, हवालदार राशिद और केसरी टूर्स के चेयरमैन शैलेश पाटिल भी उपस्थित थे।
राणे ने बताया कि अथर्व फाउंडेशन ने इस अभियान के तहत देशभर के विभिन्न राज्यों में अब तक बलिदानी सैनिकों की बेटियों को 450 से अधिक लैपटाप/आईपैड वितरित किए हैं। यह पहल बलिदानी जवानों का देश के प्रति त्याग का सम्मान करते हुए उनके परिवारों, विशेष रूप से बेटियों को, उज्ज्वल भविष्य बनाने के लिए शैक्षणिक सहायता प्रदान करने के अथर्व फाउंडेशन की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इससे उन्हें भी यह अहसास होता है कि उनके साथ देश खड़ा है।
सुनील राणे अथर्व युनिवर्सिटी मुंबई के संस्थापक भी हैं। उन्होंने बाद में अथर्व युनिवर्सिटी मुंबई में प्रत्येक शाखाओं में बलिदानियों की बेटियों को तथा जम्मू कश्मीर और भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के विद्यार्थियों को विशेष छात्रवृत्ति की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि यहां के बच्चों ने आतंकवाद के कारण काफी कुछ सहा है। ऐसे में उनका भी यह दायित्व बनता है कि वे ऐसे बच्चों के लिए कुछ करें।
सिर्फ आतंकवाद ग्रस्त ही नहीं बल्कि ऐसे भी जम्मू-कश्मीर के किसी भी कोने में रहने वाले बच्चों को विशेष छात्रवृति दी जाएगी ताकि उन्हें भी देश के अन्य भागों में रह रहे बच्चों के समक्ष शिक्षा मिल सके।
वहीं आइपैड हासिल करने वाली छात्राओं ने भी इस पहल पर खुशी जताई और कहा कि इससे उन्हें आनलाइन सीखने का भी अवसर मिलेगा। बहुत सी चीजें आनलाइन पढ़ने से सीखने को मिलती हैं जो कि उन्हें ऐसे कहीं पर पढ़ने को नहीं मिलती।
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