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    Arjuna Award 2023: पैरों से लक्ष्य साधने वाली किश्तवाड़ की शीतल देवी को मिलेगा अर्जुन पुरस्कार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु करेंगी सम्मानित

    By Jagran NewsEdited By: Mohammad Sameer
    Updated: Thu, 21 Dec 2023 05:00 AM (IST)

    शीतल ने मात्र दो वर्ष में कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है। अर्जुन पुरस्कार पाने वाली शीतल प्रदेश की पहली पैरा तीरंदाज है। इससे पहले जिम्नास्ट की कोच कृपाली सिंह को अर्जुन पुरस्कार मिला है। मूलत गुजरात की रहने वाली कृपाली की जम्मू में शादी हुई है। बता दें कि पीएम मोदी ने हाल में ने शीलत से मुलाकात कर आशीर्वाद दिया था।

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    किश्तवाड़ की शीतल देवी को मिलेगा अर्जुन पुरस्कार

    राकेश शर्मा, कटड़ा। आर्थिक तंगहाली में बचपन बिताने वाली और किश्तवाड़ के दूरदराज गांव लोईधार की 16 वर्षीय शीतल देवी और उसके परिवार ने सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन उसे खेलों के प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

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    पैरों से लक्ष्य पर निशाना साधने वाली पैरा एशियाई खेलों की चैंपियन तीरंदाज शीतल को खेल मंत्रालय ने अर्जुन पुरस्कार देने की घोषणा की है। यह पुरस्कार उसे नौ जनवरी को राष्ट्रपति भवन में एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु प्रदान करेंगी। शीतल ने माता वैष्णो देवी को नमन करते हुए कहा कि अर्जुन पुरस्कार की खुशी को शब्दों में बयान कर पाना मुश्किल है। शीलत ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मिला आशीर्वाद उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा।

    दैनिक जागरण से की बात

    कटड़ा में दैनिक जागरण से बातचीत में शीतल ने कहा कि मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि उसे अर्जुन पुरस्कार मिलेगा। इस पुरस्कार का श्रेय मेरे माता-पिता, श्राइन बोर्ड, कोच कुलदीप वेदवान व अभिलाष चौधरी के साथ बेंगलुरु में मेरी मार्ग दर्शक प्रीति राय को जाता है। शीतल ने कहा, मेरा सपना अगले वर्ष पेरिस में पैरालंपिक में देश के लिए मेडल जीतना है। साथ ही मैं अपने गांव लोईधार में खेल परिसर व किश्तवाड़ में आर्चरी अकादमी खुलवाना चाहती हूं। शीतल श्राइन बोर्ड के कटड़ा स्थित स्टेडियम में प्रशिक्षण लेती हैं।

    शीतल ने मात्र दो वर्ष में कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है। अर्जुन पुरस्कार पाने वाली शीतल प्रदेश की पहली पैरा तीरंदाज है। इससे पहले जिम्नास्ट की कोच कृपाली सिंह को अर्जुन पुरस्कार मिला है। मूलत: गुजरात की रहने वाली कृपाली की जम्मू में शादी हुई है। बता दें कि पीएम मोदी ने हाल में ने शीलत से मुलाकात कर आशीर्वाद दिया था।

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