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    Katra Qazigund Rail Link: कटड़ा-काजीगुंड रेलवे परियोजना में एक और उपलब्धि हासिल, 9.1 किलोमीटर लंबी इस्केप टनल के दोनों छोर आपस में जोड़े

    By Rahul SharmaEdited By:
    Updated: Wed, 03 Aug 2022 09:20 AM (IST)

    Katra Qazigund Railway Project बेंसार कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड रियासी जिले में डुग्गा व सावल कोट के बीच की पर्वत शृंखला के भीतर रेलवे टनल नंबर 13 का ...और पढ़ें

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    इस्केप टनल का निर्माण कार्य वर्ष 2017 में शुरू हुआ था।

    रियासी, संवाद सहयोगी : केंद्र सकार की कटड़ा से कश्मीर तक रेल पहुंचाने की कटड़ा-काजीगुंड रेलवे परियोजना में मंगलवार को एक और उपलब्धि हासिल हो गई। जम्मू संभाग के रियासी जिले के डुग्गा और सावल कोट के बीच बन रही रेलवे टनल नंबर 13 की इस्केप टनल के दोनों छोर आपस में जोड़ दिए गए। धमाका कर जैसे ही इस्केप टनल के दोनों छोर आपस में मिलाए गए तो वहां का वातावरण भारत माता के जयघोष से गूंज उठा। अब मुख्य टनल के दोनों छोर आपस में मिलाने का काम तेजी से जारी है। उम्मीद है कि यह काम भी कुछ ही दिन में पूरा कर लिया जाएगा।

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    बेंसार कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड रियासी जिले में डुग्गा व सावल कोट के बीच की पर्वत शृंखला के भीतर रेलवे टनल नंबर 13 का निर्माण कर रही है। इसका एक सिरा पी-1 डुग्गा की तरफ है तो दूसरा सिरा पी-2 सावल कोट की तरफ है। मुख्य टनल की लंबाई 9.3 किलोमीटर है, जबकि इसके पास में बनाई जारी इस्केप टनल की लंबाई 9.1 किलोमीटर है। इसका निर्माण कार्य वर्ष 2017 में शुरू हुआ था।

    इस्केप टनल का काम पहले पूरा कर लिया गया था, लेकिन दोनों छोर मिलाने के लिए सावल कोट की तरफ से टनल के लगभग 200 मीटर भीतर 2 से 3 मीटर हिस्सा शेष रखा गया था। इस मौके पर उत्तर रेलवे के सीएओ एसपी माही के अलावा कोंकण रेलवे और निर्माण कंपनी बेंसार कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

    रेलवे की इस्केप टनल के दोनों छोर को जोडऩे के लिए पहले टनल मे विशेष पूजा अर्चना की गई। उसके बाद एसपी माही ने बटन दबाया और एक धमाके साथ टनल के दोनों छोर आपस में जुड़ गए। दोनों छोर के मिलते ही निर्माण में जुटी कंपनी के कर्मियों ने एक-दूसरे को इस उपलब्धि की बधाई दी। उसके बाद मुख्य मेहमान और रेलवे और कंपनी के अधिकारी टनल के भीतर से होकर एक छोर से दूसरे छोर पर पहुंचे।

    बता दें कि कटड़ा से कश्मीर की तरफ जाते समय रियासी जिले के कौड़ी और बक्कल के बीच चिनाब नदी पर बन रहे विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च पुल को पार करने के बाद रेलवे टनल नंबर 13 को पार भी करना पड़ेगा।