Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चले आओ बाबा अमरनाथ के द्वार, खड़े हैं चारों तरफ आपके पहरेदार; लखनपुर से पवित्र गुफा तक चप्पे-चप्पे पर होगी निगरानी

    Updated: Tue, 01 Jul 2025 09:55 AM (IST)

    श्री अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर व्यापक इंतजाम किए गए हैं। लखनपुर से जम्मू तक और जम्मू से बालटाल व पहलगाम तक श्रद्धालुओं को सुरक्षा घेरे में ले जाया जाएगा। यात्रा मार्ग पर संदिग्धों की पहचान के लिए फेस रिकग्निशन डिवाइस लगाई गई हैं। सुरक्षाबलों की 581 कंपनियों को तैनात किया गया है।

    Hero Image
    अमरनाथ यात्रा 2025 को लेकर श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। श्री अमरनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को जम्मू-कश्मीर के प्रवेशद्वार लखनपुर से ही सुरक्षा घेरे में जत्थे के साथ जम्मू तक लाने की पूरी तैयारी हो चुकी है। जम्मू से भी सुरक्षा घेरे में श्रद्धालुओं को यात्रा के आधार शिविर बालटाल और पहलगाम ले जाया जाएगा। रास्ते में पूरे हाईवे पर जब श्रद्धालुओं का जत्था गुजरेगा तो अन्य वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यात्रा मार्ग पर भी यदि कोई संदिग्ध किसी साधु, सेवा प्रदात्ता या श्रद्धालु के भेष में घुसने का प्रयास करेगा तो चेहरा पहचानने वाली फेस रिकगिनशन डिवाइस से वह पकड़ा जाएगा। सुरक्षाबल के ड्रोन, जगह-जगह लगे सीसीटीवी, डॉग स्क्वाड और बम निरोधक दस्ते तैनात कर दिए हैं। अगर कोई श्रद्धालु या उनका वाहन जत्थे से भटक जाता है, तो आरएफआईडी बैंड उन्हें सही रास्ते पर लाने में मदद मिलेगी।

    जम्मू से पहले जत्थे को बुधवार तड़के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा रवाना करेंगे। देशभर से श्रद्धालुओं व साधुओं का जम्मू पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। जम्मू में तत्काल पंजीकरण की सुविधा भी शुरू कर दी गई हैं। पहले ही दिन लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। इससे श्रद्धालुओं के उत्साह का अंदाजा लगाया जा सकता है। यात्रा की कश्मीर में रवानगी से दो दिन पहले सोमवार को लखनपुर से जम्मू तक और आगे ऊधमपुर तक श्रद्धालुओं के जत्थे को ले जाने की मॉक ड्रिल भी की गई।

    22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तानी सेना, उसकी खुफिया एजेंसी और आतंकी बौखलाए हुए हैं। यात्रा के दौरान आतंकी संगठन गड़बड़ी न करें, इसको लेकर सुरक्षा पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। इसे देखते हुए अर्धसैन्यबलों की 581 कंपनियों को तैनात किया गया है। पहलगाम और बालटाल से पवित्र गुफा तक जाने वाले मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर एफआरडी स्थापित किए हैं।

    इसकी मदद से ही 19 जून को सुरक्षाबल ने पहलगाम में दो ओवरग्राउंड वर्करों को गिरफ्तार किया है। एफआरडी प्रणाली के डेटासेंटर में सभी आतंकियों, ओवरग्राउंड वर्करों और उनके साथियों की तस्वीरें व अन्य जानकारियां एकीकृत की गई हैं, जैसे ही उनमें से कोई भी एफआरडी के सामने से गुजरेगा तत्काल चिह्नित होगा और सुरक्षाकर्मी उसे पकड़े लेंगे।

    लखनुपर से पवित्र गुफा तक सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया है। यात्रा मार्ग को नो फ्लाइंग जोन घेाषित किया है, ताकि कोई भी ड्रोन, गुब्बारे या कोई अन्य उड़ने वाला उपकरण न उड़ा सके। सुरक्षाबलों की रोड ओपनिंग पार्टी नियमित अंतराल के बाद पूरे मार्ग की जांच करेगी।

    पहाड़ियों पर सुरक्षाबलों की चौकियां स्थापित कीं

    श्रद्धालुओं के वाहन सिर्फ जत्थे में ही चलेंगे। जत्थे के आगे, पीछे और बीच में सुरक्षाबल मौजूद रहेंगे। श्रद्धालुओं के वाहन जम्मू-ऊधमपुर-रामबन-अनंतनाग-श्रीनगर-गांदरबल-कंगन में सिर्फ निर्धारित स्थानों पर ही रुकेंगे। वहां भी उनकी जांच होगी। संपर्क मार्गों पर नाके लगेंगे। हाईवे और यात्रा मार्ग के आसपास की पहाड़ियों पर सुरक्षाबलों की चौकियां स्थापित की गई हैं। लखनपुर से बनिहाल तक 180 कंपनियों की तैनाती की है। रेलवे रोड पर बनाए गए तत्काल पंजीकरण केंद्र, टोकन केंद्र के भीतर और बाहर भी को तैनात किया गया है।

    तीन बार कर चुके हैं दौरा

    यात्रा के सुरक्षा प्रबंधों की उपराज्यपाल मनोज सिन्हा स्वयं निगरानी कर रहे हैं। बीते एक सप्ताह के दौरान बालटाल और पहलगाम का तीन बार दौरा कर जायजा लिया है। सोमवार को भी उन्होंने आधार शिविरों का दौरा किया। मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार जो श्रद्धालु अमरनाथ के दर्शन करने आएंगे, वह अपने साथ कभी न भूलने वाला एक सुखद अनुभव लेकर घर जाएंगे।