जम्मू शहर में भीषण बारिश के बाद धंस रही जमीन, दरकने लगे मकान; लोगों में दहशत का माहौल
जम्मू के बनतालाब क्षेत्र में भारी बारिश के बाद जमीन धंसने से दो मकान ढह गए और कई अन्य में दरारें आ गई हैं। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण कराने की बात कही है। विधायक शाम शर्मा ने पीड़ितों को राहत पहुंचाने का आश्वासन दिया है।

जागरण संवाददाता, जम्मू। बाढ़, वर्षा के बाद अब जम्मू शहर के आसपास जमीन खिसकने की घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी है। बनतालाब क्षेत्र में कुछ क्षेत्रों में अचानक जमीन धंसने से मकान दरकना शुरू हो गए और कुछ क्षेत्रों में जमीन तीन से चार फीट तक धंस गई। इससे दो मकान ढह गए और तीन और मकानों में दरारें आ गई हैं।
गनामत रही कि परिवारों ने खतरा बढ़ता देख पहले ही मकान खाली कर दिए थे। ऐसा माना जा रहा है कि पिछले दिनों हुई मूसलधार वर्षा से जमीन में अत्यधिक पानी आ जाने के कारण जमीन धंस रही है। यह पूरा क्षेत्र पहाड़ी है और आशंका जताई जा रही है कि पहाड़ भी खिसक सकता है। अधिकारियों के अनुसार जल्द विशेषज्ञों की टीम मौके का निरीक्षण करेगी और उसके बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
इस क्षेत्र में कुछ-कुछ दूरी पर दर्जन भर मकान हैं और डर के मारे सभी परिवार घर खाली कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। मकान मालिक मोहम्मद आसिफ ने बताया कि अभी दो माह पहले ही उसने यहां मकान बनाया था और निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ था।
आसिफ के मुताबिक पिछले तीन-चार दिन से कुछ हल्की दरारें नजर आ रही थी और उन्होंने सोचा कि शायद निर्माण में कोई खामी रह गई है लेकिन रात को जमीन तीन से चार फुट नीचे धंस गई और पूरा मकान नीचे आ गया है। वहीं, मुख्तियार बीबी ने बताया कि उनका घर पूरी तरह से टूट गया है और बड़ी मुश्किल से उन्होंने घर का सामान बाहर निकाला है।
प्रशासन को जांच के लिए कहा है: शाम शर्मा
क्षेत्र के विधायक शामलाल शर्मा के मुताबिक उन्होंने प्रशासन को इस पूरे मामले की जांच करने व प्रभावितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है। उन्होंने बताया कि वह श्रीनगर में थे और देर शाम ही जम्मू लौटे लेकिन सुबह ही उन्हें इस घटना की सूचना मिल गई थी और उन्होंने उसी समय तहसीलदार व नायब तहसीलदार को मौके पर जाकर जांच करने को कहा था।
इसके अलावा अपने कार्यकर्ताओं को भी मौके पर जाकर राहत पहुंचाने को कहा था। शाम शर्मा ने कहा कि अब रविवार को वह स्वयं पूरे मामले की जानकारी लेंगे और इसके कारणों का पता लगाएंगे कि ऐसा किन कारणों से हुआ और प्रभावितों को क्या राहत दी जा सकती है। करीब डेढ़ हजार है गांव की आबादीगांव में करीब 200 घरों में डेढ़ हजार के करीब आबादी है। इस गांव में सभी मकान कुछ-कुछ दूरी पर घर बने हैं।
कहीं एक साथ चार-पांच मकान बने हैं तो कहीं एक साथ सात-आठ। ऐसे ही यह गांव काफी दूर तक फैला हुआ है। गांव में एक हिस्से में ही जमीन धंसने का मामला सामने आया है और फिलहाल दूसरे किसी हिस्से में ऐसी कोई घटना होने की सूचना नहीं है।
जियोलाजिकल सर्वे कराएंगे
जम्मू जिला प्रशासन के मुताबिक जमीन धंसने के कारणों का पता लगाने के लिए जियोलाजिकल टीम से सर्वे करवाया जाएगा। फिलहाल प्रशासन की प्राथमिकता थी कि प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा जानमाल की रक्षा की जाए। जिस क्षेत्र में यह घटना हुई है, वहां के सात-आठ घरों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्रशासन की ओर से उन्हें राशन व अन्य आवश्यक सामान भी दिया गया है। रविवार को भी प्रशासन की टीम गांव में जाएगी।
खिली धूप के बीच शहर की तांगे वाली गली में एक बंद मकान का कुछ हिस्सा गिर गया। यह मकान काफी देर से बंद पड़ा हुआ था और यहां कोई नहीं रहता था जिससे कोई नुकसान नहीं हुआ है। आसपास के लोगों के मुताबिक मकान कई सालों से बंद पड़ा था और काफी खस्ताहालत में था। लोगों के मुताबिक हादसा रात में हुआ जिससे कोई नुकसान नहीं हुआ। यह पूरी गली काफी व्यस्त है और अगर दिन के समय हादसा होता तो आने-जाने वाले लोग इसकी चपेट में आ सकते थे।
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