जम्मू-कश्मीर में बाढ़ के बाद अब डेंगू का कहर, सामने आए 473 मामले; लोगों में दहशत का माहौल
जम्मू में बाढ़ के बाद जलजनित और वेक्टर जनित रोगों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम ने फागिंग और छिड़काव तेज कर दिया है। डेंगू के मामलों में वृद्धि हुई है लेकिन पिछले साल से कम हैं। सामुदायिक भागीदारी और जागरूकता के माध्यम से बीमारियों के प्रसार को रोकने पर जोर दिया जा रहा है।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। बाढ़ के बाद जम्मू नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के राज्य मलेरिया विशेषज्ञ कार्यालय ने संयुक्त रूप से बाढ़ प्रभावित इलाकों में जल जनित और वेक्टर जनित बीमारियों में वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए फॉगिंग और छिड़काव का काम तेज किया है। वहीं, डेंगू के मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।
हालांकि, पिछले वर्ष की तुलना में जम्मू में डेंगू के मामले इस बार कम हैं। इस वर्ष अभी जक पूरे जम्मू-कश्मीर से कुल 473 मामले सामने आए। सबसे अधिक 157 जम्मू जिले में हैं। इसके बाद कठुआ में 139, सांबा में 53, उधमपुर में 49, राजौरी में 29, रियासी में 10, रामबन में 08, डोडा में 07 और पुंछ में सबसे कम चार मामले दर्ज किए गए।
इसके अतिरिक्त कश्मीर में आठ और अन्य प्रदेशों से 09 मामले आए। किश्तवाड़ में एक भी मामला नहीं है। स्टेट मलेरियालोजिस्ट डॉ. ध्रूव जी रैना का कहना है कि पिछले वर्ष अभी तक 9151 लोगों की जांच हुई थी जिसमें से 703 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई थी। इस वर्ष अभी तक 10332 लोगों की जांच हुई है जिनमें से 473 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई।
उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पानी के ठहराव को नियंत्रित करके, प्लास्टिक की वस्तुओं को फेंकने से बचकर और पानी के कंटेनरों की सफाई करके बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए सामुदायिक भागीदारी और जागरूकता भी अनिवार्य है। डॉ. रैना ने कहा कि जम्मू नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग ने फॉगिंग और छिड़काव के लिए एक कार्यक्रम भी जारी किया है।
इस साल डेंगू ने जम्मू के रिहाड़ी इलाके के एक पुरुष की जान ले ली जिसकी 29 जून को पड़ोसी राज्य में स्थानांतरित होने के दौरान मृत्यु हो गई। मलेरिया विशेषज्ञ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग और जम्मू नगर निगम ने शहरी क्षेत्र में व्यापक स्तर पर फागिंग अभियान शुरू किया है।
उन्होंने आगे कहा कि दो दौर पूरे हो चुके हैं। पहला जून-जुलाई में और दूसरा 2 से 12 सितंबर के बीच।उन्होंने बताया कि तीसरा दौर 13 सितंबर से शुरू हुआ है और इसमें आवासीय और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।