एनजीटी के निर्देश पर बाणगंगा क्षेत्र में प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, 62 अवैध घोड़ा शेडों को गिराया
प्रशासन ने बाणगंगा किनारे अवैध रूप से बने पांच दर्जन घोड़ा शेडों को हटा दिया। इन शेडों में रखे जाने वाले प्रत्येक घोड़े पर दो हजार रुपये जुर्माना भी घोड़ ...और पढ़ें

कटड़ा, संवाद सहयोगी : बाणगंगा की स्वच्छता बनाए रखने के लिए एनजीटी की ओर जारी निर्देश के बाद स्थानीय प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की। प्रशासन ने पुलिस की मदद से बाणगंगा किनारे अवैध रूप से बने पांच दर्जन घोड़ा शेडों को हटा दिया। इन शेडों में रखे जाने वाले प्रत्येक घोड़े पर दो हजार रुपये जुर्माना भी घोड़ा मालिक से वसूला जाएगा। इन शेडों के कारण घोड़ा व खच्चरों का मल-मूत्र बाणगंगा नदी में गिरता था, जिससे जल प्रदूषित होता था।
हालांकि बाणगंगा नदी को साफ सुथरा रखने को लेकर श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, परंतु दिन प्रतिदिन बाणगंगा क्षेत्र के 200 मीटर के दायरे में बड़ी संख्या में अवैध रूप से घोड़ा शेड होने के चलते पवित्र नदी को साफ सुथरा रखने में परेशानी आ रही थी। जब एनजीटी ने विशेष निर्देश जारी किया तो उसका पालन करते हुए एसडीएम कटड़ा अंग्रेज सिंह के नेतृत्व में तहसीलदार जितेंद्र सिंह, पुलिस व प्रशासन के अन्य अधिकारी तथा नगरपालिका के कर्मचारियों अधिकारियों ने वीरवार को बड़े पैमाने पर अभियान चलाया और बाणगंगा किनारे अवैध रूप से बनाए गए घोड़ा शेडों को हटा दिया गया।
अभियान को लेकर पत्रकारों से बात करते हुए एसडीएम अंग्रेज सिंह ने कहा कि एनजीटी का स्पष्ट निर्देश है कि नदी और प्राकृतिक नालों को पूरी तरह से साफ सुथरा करने के लिए गंभीर प्रयास किए जाएं, विशेषकर पवित्र बाणगंगा नदी को पूरी तरह से स्वच्छ रखा जाए। इस कार्रवाई से पहले अवैध रूप से बनाए गए घोड़ा शेड मालिकों को कई बार नोटिस जारी किए गए और उनके साथ बैठकें भी की गई थी। आखिरकार प्रशासन को कार्रवाई करने के लिए बाध्य होना पड़ा। अभियान में तहसीलदार कटड़ा जितेंद्र सिंह, एसएचओ कटड़ा निशांत गुप्ता, बाणगंगा पुलिस चौकी इंचार्ज सिंह के अलावा अन्य प्रशासनिक अधिकारी, श्राइन बोर्ड अधिकारी तथा नगरपालिका कर्मचारी मौजूद थे।
बाणगंगा के किनारे 62 अवैध घोड़ा शेड बनाए गए थे : एसडीम अंग्रेज सिंह बताया कि पवित्र बाणगंगा नदी के किराने हर दो सौ मीटर पर कुल 62 घोड़ा शेड अवैध रूप से बने हुए थे, जिसमें बड़ी संख्या में घोड़ा-खच्चर रखे गए थे। अभियान के दौरान प्रशासन ने 59 शेडों को गिरा दिया गया। तीन अन्य घोड़ा शेड को मालिकों द्वारा गिराए जाने का आश्वासन दिया गया, जिसको लेकर प्रशासन ने वहां कार्रवाई फिलहाल नहीं की। अंग्रेज सिंह कहा कि अवैध घोड़ा शेड में रहने वाले प्रत्येक घोड़े पर दो हजार रुपये का जुर्माना भी प्रशासन वसूलेगा। अगर फिर दोबारा घोड़ा चालक इस तरह की गलती करेगा तो उसका पहचान पत्र पूरी तरह से निरस्त कर दिया जाएगा।

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