जम्मू तक बिछेगी 216 KM लंबी रेल लाइन, पंजाब से कनेक्टिविटी हो जाएगी आसान, इन जिलों को फायदा
सांबा में जिला प्रशासन ने जालंधर कैंट-पठानकोट कैंट-जम्मू तवी के बीच प्रस्तावित 216 किलोमीटर लंबी तीसरी रेलवे लाइन पर हितधारकों के साथ विचार-विमर्श किया। डीसी आयुषी सूदन ने इस परियोजना के रणनीतिक महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इससे क्षेत्रीय संपर्क आर्थिक विकास और यात्री एवं माल यातायात सुगम होगा।

संवाद सहयोगी, सांबा। जिला प्रशासन ने सोमवार को जालंधर कैंट-पठानकोट कैंट-जम्मू तवी के बीच प्रस्तावित 216 किलोमीटर लंबी तीसरी रेलवे लाइन के संबंध में डीसी आयुषी सूदन की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें हितधारकों और लाइन विभागों के साथ विचार-विमर्श किया।
व्यस्त कॉरिडोर पर रेलवे यातायात का प्रबंधनअप और डाउन लाइनों वाली दो पटरियों पर किया जा रहा है।
इस महत्वपूर्ण मार्ग पर यातायात के बढ़ते दबाव को देखते हुए रेल मंत्रालय ने ट्रेनों की समयबद्धता सुनिश्चित करने, मौजूदा पटरियों पर एक्सल लोड कम करने और समग्र परिचालन दक्षता बढ़ाने के लिए एक अतिरिक्त तीसरी लाइन बिछाने के लिए व्यवहार्यता अध्ययन शुरू किया है।
सर्वेक्षण कार्य चल रहा है। अगले 10 दिनों में डीपीआर को अंतिम रूप दिया जाएगा। डीसी ने क्षेत्र के लिए परियोजना के रणनीतिक महत्व पर जोर देते हुए कहा कि तीसरी रेलवे लाइन न केवल मौजूदा रेल नेटवर्क पर भीड़भाड़ कम करेगी, बल्कि क्षेत्रीय संपर्क में उल्लेखनीय वृद्धि करेगी।
आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी और यात्री एवं माल यातायात दोनों के सुचारू आवागमन को सुगम बनाएगी। उन्होंने सभी विभागों और हितधारकों से समस्याओं के समय पर समाधान और परियोजना के सुचारु क्रियान्वयन के लिए अपना पूर्ण सहयोग देने का आग्रह किया।
परियोजना के प्रमुख पहलुओं पर व्यापक रूप से विचार-विमर्श किया, जिसमें भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया, पर्यावरणीय मंज़ूरी, पुनर्वास उपाय और कार्यान्वयन के दौरान उत्पन्न होने वाले संभावित स्थानीय मुद्दे शामिल हैं।
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