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    पुंछ में पाक गोलाबारी से प्रभावितों के लिए 133 नए घर बनाने का ऐलान, एलजी सिन्हा बोले- '13 को मिली सरकारी नौकरी'

    By Rahul SharmaEdited By: Rahul Sharma
    Updated: Fri, 21 Nov 2025 03:51 PM (IST)

    जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित लोगों के लिए 133 नए घर बनाए जाएंगे। एलजी मनोज सिन्हा ने सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने 13 युवाओं को सरकारी नौकरी दी है जो गोलाबारी से प्रभावित हुए थे। सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास कार्यों को बढ़ावा देने के लिए भी काम कर रही है।

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    उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा मकान बनने के तुरंत बाद इन्हें प्रभावित परिवारों को सौंप दिए जाएंगे। 

    डिजिटल डेस्क, जागरण, जम्मू। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सीमा पर रहने वालों के लिए बड़ी पुनर्वास अभियान का ऐलान करते हुए यह जानकारी दी कि जिला पुंछ में पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित परिवारों के लिए 133 नए घर बनाए जाएंगे। 

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    अपने दौरे के दौरान बोलते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि प्रशासन हमेशा उन लोगों के साथ खड़ा है जिन्हें अकारण पाकिस्तानी गोलाबारी के कारण नुकसान हुआ है। 

    उन्होंने कहा कि बुरी तरह प्रभावित 14 परिवारों में से 13 परिवारों को केंद्रीय गृह मंत्री के दौरे के दौरान सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र दे दिए गए थे। जबकि एक परिवार में बच्चे को भविष्य में मदद के लिए एश्योरेंस लेटर दिया गया है। 

    सिन्हा ने कहा कि प्रभावित परिवारों को एसडीआरएफ के तहत राहत और सेंट्रल फाइनेंशियल मदद पहले दी गई थी। इसके तहत क्षतिग्रस्त घरों के लिए एक से दो लाख रुपये दिए गए परंतु यह राशि पूरी तरह से क्षतिग्रस्त मकानों के पुनर्निमाण के लिए काफी नहीं थे। 

    उन्होंने कहा कि ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट सोसाइटी (HRDS), जो एक जानी-मानी सोशल सर्विस ऑर्गनाइज़ेशन है, ने पीड़ितों के लिए सुरक्षित और इज्जतदार ज़िदगी सुनिश्चित करने के लिए लगभग 10 लाख रुपये की लागत से 133 पक्के घर बनाने का काम शुरू किया है। 

    सिन्हा ने कहा, “जैसा कि आप देख सकते हैं, काम छह महीने के अंदर पूरा हो गया है। मकान बनने के तुरंत बाद इन्हें प्रभावित परिवारों को सौंप दिए जाएंगे। 

    उनके साथ इस दौरे में जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख नलिन प्रभात और आइजीपी कश्मीर सहित सीनियर अधिकारी शामिल थे। उन्होंने इस दौरान इलाके में पूरी सुरक्षा स्थिति की समीक्षा भी की। 

    अधिकारियों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान प्रभावित आम लोगों में राहत का सामान भी बांटा और भरोसा दिलाया कि सभी खराब घरों को बिना देरी फिर से बनाया जाएगा।