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    ऊना गोलीकांड के बाद प्रशासन की सख्ती, युवा अधिकारी फील्ड में उतरे बैकफुट पर आया माफिया; 50% हथियार थानों में जमा

    By Jagran News Edited By: Rajesh Sharma
    Updated: Wed, 26 Nov 2025 01:14 PM (IST)

    ऊना में गोलीकांड के बाद प्रशासन सख्त हो गया है। उपायुक्त जतिन लाल के नेतृत्व में पुलिस और प्रशासन ने मिलकर माफिया के खिलाफ कार्रवाई की है। अवैध खनन करने वाले अब पीछे हट रहे हैं, और लाइसेंसी हथियार थानों में जमा हो रहे हैं। शराब के ठेके भी समय पर बंद हो रहे हैं, जिससे लोगों को सुरक्षा का अहसास हो रहा है। प्रशासन की इस कार्रवाई से लोगों में भरोसा लौट रहा है।

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    ऊना में फील्ड में उतरे उपायुक्त जतिन लाल अधिकारियों को निर्देश देते हुए। जागरण

    अविनाश विद्रोही, गगरेट (ऊना)। हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में एक होटल के बाहर गत दिनों घटित गोलीकांड ने जिले की जनता को झकझोर कर रख दिया था। लोगों में भय का माहौल था और कानून-व्यवस्था पर सवाल उठने लगे थे। लेकिन इसी घटना ने प्रशासन को तुरंत कठोर कदम उठाने के लिए मजबूती दी और अब वही सख्ती जिले में राहत और भरोसे का नया वातावरण बना रही है।

    उपायुक्त जतिन लाल की पहल और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के माफिया को जड़ से खत्म करने के स्पष्ट निर्देशों ने एक सकारात्मक बदलाव की नींव रखी है। प्रशासन की कार्रवाई का पहला बड़ा असर सड़कों पर दिख रहा है।

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    खनन माफिया बैकफुट पर

    माफिया के जो टिप्पर और भारी वाहन कुछ दिन पहले तक रात को बेखौफ तेज रफ्तार में लोगों की जान जोखिम में डालते थे, वह अब लगभग गायब हो चुके हैं। अवैध खनन के खिलाफ हुई सख्ती से खनन माफिया बैकफुट पर है। 

    वैध खनिज ढुलाई तय मार्ग पर ही

    वैध खनिज ढुलाई के लिए बनाए गए कॉरीडोर अब व्यवहार में उतर रहे हैं। इन निर्धारित मार्गों पर ही खनन से जुड़े वाहन चल रहे हैं, जबकि चोर रास्तों पर पुलिस की तैनाती ने माफिया के सभी अनधिकृत रास्ते पूरी तरह बंद कर दिए हैं।

    50 प्रतिशत हथियार हुए थानों में जमा

    गोलीकांड के बाद हथियारों से सुरक्षा को लेकर भी प्रशासन ने जो कदम उठाया, उसने लोगों का भरोसा और मजबूत किया है। लाइसेंसी हथियार जमा करवाने के आदेश के बाद दो दिनों के भीतर ही 50 प्रतिशत से अधिक लाइसेंसी हथियार थानों में जमा करवा चुके हैं। कुल 5000 लाइसेंसी हथियारों में से आधे से अधिक का जमा होना प्रशासन की विश्वसनीयता और जनता के सहयोग दोनों का प्रमाण है।

    शराब के ठेके व अहाते 10 बजे बंद

    प्रशासन का कहना है कि आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ेगी और लक्ष्य सौ प्रतिशत पालन का है। शराब के ठेके और आहते भी अब तय समय से पहले बंद होने लगे हैं। पहले जहां देर रात तक इन स्थलों पर भीड़ रहने से कई बार विवाद और असामाजिक गतिविधियां जन्म लेती थीं, अब वह रात 10 बजे से पहले ही बंद हो रहे हैं। इससे माहौल में शांति आई है और लोगों में सुरक्षा का अहसास बढ़ा है। 

     

    युवा डीसी जतिन लाल टीम सहित फील्ड में

    युवा आईएएस अधिकारी उपायुक्त ऊना जतिन लाल के नेतृत्व में पुलिस और प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि यदि इच्छा शक्ति मजबूत हो तो माफिया कितना भी संगठित क्यों न हो, कानून की पकड़ से बच नहीं सकता। आज जिले के लोगों के दिलों में वह भरोसा लौट रहा है जो कुछ दिनों पहले घटना के बाद डगमगा गया था। प्रशासन की तत्परता से न केवल व्यवस्था सुधरी है बल्कि एक संदेश भी गया है कि ऊना में अपराध और माफिया के लिए अब कोई जगह नहीं है। आने वाले दिनों में इस मुहिम के और तीव्र होने की उम्मीद है और जनता इससे नई उम्मीदों के साथ जुड़ती दिख रही है।

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