ऊना में लगातार पाकिस्तानी गुब्बारे मिलने से गहराया रहस्य, सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
ऊना में लगातार पाकिस्तानी गुब्बारे मिलने से रहस्य गहरा गया है, जिसके चलते सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। ये गुब्बारे सीमा पार से आ रहे हैं, जिससे ...और पढ़ें

ऊना में एक ही सप्ताह मे दूसरी बार मिला पाकिस्तानी गुब्बारा। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, गगरेट (ऊना)। ऊना जिले के उपमंडल गगरेट में एक ही सप्ताह में दो अलग अलग गांवो में पाकिस्तान इंटरनेशन एयरलाइन के गुब्बारे मिलने पर रहस्य एक बार फिर गहरा गया है।
हाल ही में गगरेट के गांव चलेट में एक गांव में घर की छत पर विमान के आकार का गुब्बारा मिलने से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। इससे पहले ऊना के गांव टटेहड़ा में भी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की मुहर वाला ऐसा ही गुब्बारा बरामद हो चुका है।
उर्दू में लिखा होता है पीआईए
जानकारी के अनुसार इन गुब्बारों पर उर्दू में पीआईए लिखा होता है और ये अधिकतर रात या तड़के सुबह के समय गिरते पाए गए हैं। हैरानी की बात यह है कि यह सिलसिला कोई नया नहीं है, बल्कि बीते कई वर्षों से अलग-अलग समय पर जिले के विभिन्न इलाकों में ऐसे गुब्बारे मिलते रहे हैं, लेकिन आज तक इनके स्रोत और उद्देश्य का कोई ठोस सुराग नहीं लग पाया है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए ऊना पुलिस ने पड़ोसी राज्यों पंजाब और राजस्थान से संपर्क साधा है, जहां पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। साथ ही भारतीय वायुसेना से भी जांच करवाई गई है ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि इन गुब्बारों में किसी प्रकार की जासूसी चिप या तकनीकी उपकरण तो नहीं लगे हैं।
नहीं मिली कोई संदिग्ध गतिविधि
पुलिस अधिकारियों के अनुसार अब तक की जांच में इन गुब्बारों से किसी संदिग्ध गतिविधि की पुष्टि नहीं हुई है। न ही किसी तरह का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या ट्रैकिंग सिस्टम मिला है। इसके बावजूद लगातार ऐसे गुब्बारों का मिलना कई सवाल खड़े करता है। फिलहाल किसी भी मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई है और बरामद गुब्बारों को पुलिस ने सुरक्षित रखा है जांच जारी है ।
हालांकि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान एक डिफ्यूज मिसाल भी उपमंडल गगरेट और चिंतपूर्णी के सीमा क्षेत्र तक पहुंच गई थी जिससे एक बात तो साफ है कि पाकिस्तान से उपमंडल गगरेट का एयर स्पेस ज्यादा दूर नहीं है लेकिन ऐसे गुब्बारे बार बार भारत सीमा में आना सवालिया निशान जरूर खड़ा करता है जैसे कबूतरों से तस्करी करवाई जाती थी क्या वैसे ही जासूसी या तस्करी के लिए अब इन गुब्बारों का प्रयोग तो नहीं हो रहा ।
फिलहाल प्रशासन पंचायतों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन का कहना है कि लंबे समय से चल रहे इस रहस्यमय सिलसिले की हर पहलू से जांच की जा रही है, लेकिन अब तक इसका कोई ठोस जवाब सामने नहीं आ सका है।
नहीं किया जा सकता नजरअंदाज
गुब्बारे भारत मे अक्सर पाकिस्तान से सीमा पार करके भारत में आ जाते है जो सामान्य है लेकिन ये भी उतना ही संवेदनशील बन जाता है जब तस्करी की बात सामने आती है क्योंकि तस्कर अलग अलग हथकंडे अपना करना भारत में पाकिस्तान सीमा से चिट्टे की तस्करी करते रहते है । कभी पाइप के रास्ते कभी सुरंग खोद कर तो कभी ड्रोन के रास्तों से , क्या मालूम अब इस तरह के गुब्बारों का प्रयोग किया जा रहा हो ।
पाकिस्तानी गुब्बारों की जांच की गई है , एयर फोर्स से भी इसकी जांच करवाई गई है । फिलहाल कोई जासूसी उपकरण या चिप जैसा संदेहास्पद कुछ पुलिस को नहीं मिला है।
सुरेंद्र शर्मा , एएसपी ऊना

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