हिमाचल के ऊना में टला बड़ा हादसा, मछली पकड़ने गए 5 लोग फंसे; रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाला
ऊना के बसाल गांव में सोमभद्रा नदी में मछली पकड़ने गए एक महिला सहित पांच प्रवासी जलस्तर बढ़ने से फंस गए। प्रशासन को सूचना मिलते ही बचाव अभियान शुरू किया गया। पुलिस होमगार्ड और दमकल विभाग की टीमों ने मिलकर सवा दो घंटे में सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला। अधिकारियों ने बरसात के मौसम में नदियों से दूर रहने की चेतावनी दी है।

संवाद सहयोगी, ऊना। जिला मुख्यालय के साथ लगते गांव बसाल गांव में स्थित सोमभद्रा नदी में मछली पकडने गए एक महिला समेत पांच प्रवासी अचानक जलस्तर बढने से फंस गए। गनीमत रही कि समय रहते प्रशासन को सूचना दी गई और सवा दो घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। रेस्क्यू में पुलिस के अलावा होमगार्ड जवान व दमकल विभाग के पुलिस कर्मी भी साथ रहे। वहीं पंडोगा पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी।
जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर करीब अढ़ाई बजे बबलू अपनी पत्नी निवासी निवासी कटिहार, बिहार और रणजीत सिंह, रीतिक व भूपेंद्र तीनों निवासी बरैली, यूपी स्वां नदी बसाल में मछली पकडने गए हुए थे। इस दौरान सोमभद्रा नदी का जलस्तर अचानक तेज़ी से बढ़ा और देखते ही देखते तेज धाराओं ने मजदूरों को चारों तरफ से घेर लिया। मजदूर नदी के बीच उभरे टापू जैसे स्थान पर फंस गए और बाहर निकलने में असमर्थ हो गए। स्थानीय लोगों ने जब मजदूरों को संकट में देखा तो तुरंत प्रशासन को सूचना दी।
अलर्ट मिलते ही एसडीएम हरोली विशाल शर्मा, डीएसपी हरोली मोहन रावत सहित पंडोगा पुलिस चौकी से पुलिस टीम, होमगार्ड के जवान और ऊना से दमकल विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। तेज बहाव और बढ़ते जलस्तर के बीच करीब सवा दो घंटे तक चला राहत एवं बचाव अभियान बेहद चुनौतीपूर्ण रहा। रेस्क्यू टीम ने रस्सियों और लाइफ जैकेट्स की मदद से एक-एक कर सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला।
दमकल विभाग, पुलिस और होमगार्ड की टीमों ने इस रेस्क्यू ऑपरेशन को सफल बनाया और सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। इस मौके पर मौजूद दमकल अधिकारियों ने बताया कि यदि थोड़ी और देर हो जाती तो स्थिति गंभीर हो सकती थी।
उधर, अतिरिक्त उपायुक्त महेन्द्र पाल गुर्जर ने लोगों से अपील की है कि बरसात के मौसम में नदियों और नालों के किनारे न जाएं, क्योंकि जलस्तर कभी भी अचानक बढ़ सकता है, जिससे जान का खतरा बन सकता है। उन्होंने विशेष रूप से प्रवासी मजदूरों और ग्रामीणों को सावधानी बरतने और सुरक्षित दूरी बनाए रखने की हिदायत दी है।
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