ऊना में आपदा के बीच लापरवाही, उफनती नदी में नहाते नजर आए बच्चे; प्रशासन के आदेशों को दिखाया ठेंगा
Himachal News ऊना में बारिश से त्राहि-त्राहि मची है फिर भी लोग नदी-नालों में उतर रहे हैं। बच्चे उफनती खड्ड में नहा रहे थे परिजन देख रहे थे। प्रशासन के आदेशों को ठेंगा दिखा रहे हैं। पुलिस अब पंचायतों के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चलाएगी ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।

सतीश चंदन, ऊना। प्रदेश में बरसात की आपदा ने जीना मुहाल कर दिया है। हर व्यक्ति त्राहि-त्राहि मचा रहा है, लेकिन नियमों को बनाना और उनका पालन करवाना शायद प्रशासनिक व पुलिस व लोकल सरकारी ढांचे के बस के बाहर लग रहा है, क्योंकि लोग सरेआम नदी-नालों में उतरकर मौज-मस्ती कर रहे हैं।
इंटरनेट मीडिया पर वीडियो अपलोड करने का इस कदर भूत सवार हो चुका है कि जान की बाजी लगाकर भी लोग आपदा प्रभावित क्षेत्र में उतर रहे हैं। ऐसा ही नजारा शुक्रवार को ऊना शहर में बहती खड्ड में देखने को मिला। छोटे-छोटे बच्चे अपनी जान की परवाह किए बगैर उफान वाली खड्ड में नहा रहे थे।
हैरत का विषय है इन लापरवाह बच्चों के स्वजन भी पास खड़े होकर इन बच्चों को पानी से दूर करने के बजाय, इनकी पानी के बीच अठखेलियां देख रहे थे। ऊना जिले में पिछले 24 घंटों से हो रही वर्षा के कारण ऊना की इस खड्ड में काफी पानी आया था।
जैसे ही सायं के समय थोड़ा पानी का बहाव कम हुआ तो झोपड़ियों में रहने वाले बच्चे पानी में उतर गए। हैरत का विषय है बरसात में नदी-नालों के आसपास घूमने व जाने को लेकर प्रशासन की तरफ से कड़े आदेश जारी किए गए हैं, लेकिन ऊना की खड्ड में बहते पानी के बीच नहा रहे बच्चे प्रशासनिक आदेशों को ठेंगा दिखा रहे थे।
इन बच्चों को जरा सा भी आभास नहीं रहा होगा कि यह वही ऊना की खड्ड है, जोकि थोडी सी वर्षा में उफान पर आ जाती है, लेकिन इन्हें कौन समझाए। इससे लग रहा है कि कायदे कानून व आदेश सब दिखावे के लिए और अपनी जिम्मेदारी पूरी करने तक सीमित हैं।
इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि पुलिस थाना को निर्देश दिए जाएंगे कि ऊना जिले में नदी-नालों से दूर रहने को लेकर स्थानीय पंचायतों के साथ समन्वय बनाकर धरातल पर कार्य करें ताकि किसी भी बड़ी अप्रिय घटना को समय रहते रोका जा सके।
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