बाबा बालजी ने श्रीगणेश फिलिंग स्टेशन का किया शुभारंभ
भारत पेट्रोलियम के श्रीगणेश फिलिग स्टेशन ठठल का विधिवत संचालन दोबारा श्

संवाद सहयोगी, अम्ब : भारत पेट्रोलियम के श्रीगणेश फिलिग स्टेशन ठठल का विधिवत संचालन दोबारा शुरू हो गया है। रविवार को राष्ट्रीय संत बाबा बालजी महाराज ने अपनी गाड़ी में तेल डलवाकर फिलिग का शुभारंभ किया।
फिलिंग स्टेशन संचालक अशोक चौधरी ने बताया कि यहां का संचालन पांच मई से शुरू कर दिया गया था, लेकिन कोरोना काल के चलते कोई विशेष कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा सकता था। अब जब परिस्थितियां कुछ सामान्य हुई हैं तो बाबा बालजी महाराज के करकमलों द्वारा दोबारा शुभारंभ करवाया गया है। उनके पेट्रोल पंप पर ग्राहकों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। भारत पेट्रोलियम के ग्राहक गुणवत्ता को जांच कर पेट्रोल-डीजल डलवा सकते हैं। कोरोना वायरस पर भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावा नो मास्क नो पेट्रेाल के अभियान के तहत लोगों को मास्क पहनना जरूरी किया गया है।
ग्राहक ऑनलाइन भी भुगतान कर सकता है। पंप पर स्वाइप मशीन भी लगाई गई है, ताकि ग्राहकों को कोई दिक्कत न हो। इस मौके पर मेहर चंद, सीता राम, किशन चंद, हाकम चंद, रचना देवी, सलोचना देवी, नेहा चौधरी, मैनेजर अनिल कुमार, ओम प्रकाश, रंगा, राकेश कुमार व रमन कुमार उपस्थित रहे।
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राजिंद्र कुमार को सौंपा आश्रम स्वामी का जिम्मा
संवाद सहयोगी, ऊना : विकास नगर ऊना में आश्रम स्वामी सदानंद महाराज में राजिद्र कुमार को आश्रम स्वामी का जिम्मा सौंपा गया है। बीते दिनों इस आश्रम की गद्दीनिशीन संचालक संत राधा रानी प्रभु चरणों में विलीन हो गई थी। उनकी अंतिम अरदास के दिन संत बीबी गंगा देवी (डेरा प्रमुख) डेरा गुलाब शाह महाराज मैली माहलपुर की अध्यक्षता में राजिद्र कुमार को इस आश्रम की देखरेख का जिम्मा दिया।
डेरा बाबा गोविद दास महाराज खानपुर के गद्दीनिशीन संत रविद्र दास ने बताया कि बीते बुधवार को विकास नगर ऊना में आश्रम स्वामी सदानंद महाराज में बाकायदा इस संबंध में एक धार्मिक आयोजन भी किया गया था। इस मौके पर अलग-अलग संप्रदायों के कई डेरा प्रमुख संत मौजूद रहे, जिनमें संत गुरमुखा नंद आनंदपुर कुठैहड़ी, संत रामकिशन कुठार खुर्द ऊना, संत कमलजीत सिंह आबाद बराना, रामशरण जननी पोलियां, संत जगननाथ भटोली, संत बीबी यमुना घालुवाल, संत बड़भागी ऊना, संत जगदीश, संत रमेश, संत रामप्रकाश, संत हरी दत्त, संत सुरेखा अम्ब आदि मौजूद रहे।
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