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    सोलन में एक दिन की बारिश से 3 करोड़ का नुकसान, घरों में घुसा पानी; वाहनों और ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित

    सोलन जिले में भारी बारिश ने तबाही मचाई जिससे लगभग तीन करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। लोक निर्माण विभाग और विद्युत बोर्ड को भारी क्षति हुई। घरों में पानी घुस गया मकान ढह गए और दो गायों की मौत हो गई। भूस्खलन के कारण राजमार्ग और रेल मार्ग बाधित हुए जिससे यातायात प्रभावित रहा।

    By manmohan vashisht Edited By: Rajiv Mishra Updated: Mon, 30 Jun 2025 07:40 PM (IST)
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    परवाणू से चक्की मोड़ के बीच पत्थर के कारण कुछ समय के लिए लगी वाहनों की कतार। (फोटो- जागरण)

    संवाद सहयोगी, सोलन। सोलन जिले में पहली भारी वर्षा से करीब तीन करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। लोक निर्माण विभाग व विद्युत बोर्ड को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। रविवार सुबह हुई भारी वर्षा से कहीं लोगों के घरों में पानी घुस गया तो कहीं कच्चे घरों को नुकसान पहुंचा है। कहीं किसी की पशुशाला ढहने से दो गाय मर गई।

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    वहीं चंडीगढ़-शिमला फोरलेन व कालका-शिमला रेलमार्ग पर भूस्खलन से वाहनों व ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई थी। देर रात तक एनएच पर वाहन रेंग-रेंगकर आगे बढ़ते रहे। मिनटों का सफर घंटों में तय हुआ। सोमवार को भी जिले में बारिश की संभावना को लेकर रेड अलर्ट किया गया था, लेकिन सुबह ही कुछ समय के लिए हल्की वर्षा हुई। उसके बाद शाम तक मौसम साफ बना रहा। इसके चलते कालका-शिमला रेल ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही समय पर हुई।

    वहीं चक्की मोड़ से परवाणू के बीच में पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण थोड़े समय के लिए वाहनों की आवाजाही रुकी, लेकिन उसके बाद यातायात सुचारू रहा। ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ मार्गों को खोलने के लिए विभाग जुटा रहा और शाम तक सभी मार्गों को वाहन निकलने लायक खोल दिया गया था।

    सोलन जिले में वर्षा से दो करोड़, 89 लाख, 60 हजार रुपये का नुकसान हुआ है। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग को दो करोड़ 49 लाख 35 हजार रुपये का हुआ। विद्युत बोर्ड को 37 लाख 45 हजार रुपये का नुकसान हुआ है। कसौली की भोजनगर पंचायत के कमलोग गांव में एक कच्चा मकान क्षतिग्रस्त हुआ है।