Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Himachal: लेखक सलमान रुश्दी के बंगले में तोड़फोड़, देखभाल करने वाले को भी जान से मारने की दी धमकी

    Solan News लेखक सलमान रुश्दी की सोलन के फारेस्ट रोड के नीचे अनीस विला के नाम से स्थित बंगले में कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की है। राजेश त्रिपाठी ने बताया कि उसके पास सलमान रुश्दी की अनीस विला स्पेशल पावर आफ अटार्नी है।

    By Jagran NewsEdited By: Virender KumarUpdated: Thu, 24 Nov 2022 12:05 PM (IST)
    Hero Image
    लेखक सलमान रुश्दी के बंगले में तोड़फोड़, देखभाल करने वाले को भी जान से मारने की दी धमकी।

    सोलन, संवाद सहयोगी। Solan News, लेखक सलमान रुश्दी की सोलन के फारेस्ट रोड के नीचे अनीस विला के नाम से स्थित बंगले में कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की है, जिसको लेकर सोलन पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, राजेश त्रिपाठी निवासी अनीस विला फारेस्ट रोड सोलन ने पुलिस को शिकायत दी कि उसके पास सलमान रुश्दी की अनीस विला स्पेशल पावर आफ अटार्नी है। इसलिए उसकी देखभाल करता है। 23 नवंबर को दोपहर बाद वह अनीस विला में सलमान रुश्दी के पारिवारिक मित्र रानी शंकरदास व उनके पुत्र अनिरुद्ध शंकरदास के साथ मौजूद थे, तो गोविंद राम ने अपने पुत्र व अन्य कुछ लोगों के साथ गैर कानूनी तरीके से प्रवेश किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हथौड़े से तोड़े दरवाजों के ताले

    इस दौरान दो दरवाजों के ताले, कमरे की कुंडी व शीशे को गोविंद राम ने बड़े हथौड़े से तोड़ा। जब उनको रोकने की कोशिश की तो गोविंद राम, उसके पुत्र व अन्य लोगों ने उससे गाली गलौज की और धमकाया। साथ ही जान से मारने की धमकियां दी। सोलन सदर पुलिस थाना में शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है।

    क्या कहते हैं अधिकारी

    उधर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोलन अजय कुमार राणा ने कहा कि शिकायत मिलने के बाद छानबीन शुरू कर दी है। अभी कुछ नहीं कहा जा सकता, फिलहाल जांच जारी है।

    यह भी पढ़ें : सलमान रुश्दी के बंगले में तोड़फोड़ करने वाला बोला- 1997 से कर रहा देखभाल, मेरे कमरों पर जड़े थे ताले

    कौन हैं सलमान रुश्दी

    सर अहमद सलमान रुश्दी एक ब्रिटिश भारतीय उपन्यासकार और निबंधकार हैं। उन्होंने अपने दूसरे उपन्यास मिडनाइट्स चिल्ड्रन (1981) से प्रसिद्धि प्राप्त की, जिसे 1981 में बुकर पुरस्कार मिला। उनके अधिकांश प्रारंभिक उपन्यास भारतीय उप-महाद्वीप पर आधारित हैं। उनकी शैली का वर्गीकरण अक्सर ऐतिहासिक कल्पना के साथ संयोजित जादुई यथार्थवाद के रूप में किया जाता है और उनकी कृतियों की प्रमुख विषय-वस्तु, पूर्वी और पश्चिमी दुनिया के बीच कई रिश्तों के जुड़ने, अलग होने और देशांतरणों की कहानी रही है।

    यह भी पढ़ें : Salman Rushdie Attacked: सलमान रुश्दी पर जानलेवा हमला; गर्दन पर गहरे घाव, काले लिबास में आए हमलावर से पूछताछ