समुदाय के विकास के लिए अहम है रेडियो : जसवाल
हिमाचल प्रदेश के पहले सामुदायिक रेडियो 90.4 ने अपनी 12वीं वर्षगांठ मनाई

संवाद सहयोगी, सोलन : हिमाचल प्रदेश के पहले सामुदायिक रेडियो 90.4 ने अपनी 12वीं वर्षगांठ मनाई। सोलन के एमएस पंवार इंस्टीट्यूट ने 13 मार्च 2009 को सोलन में सामुदायिक रेडियो 90.4 की शुरुआत की थी। इस मौके पर उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा सोलन रोशन जसवाल ने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता ऑल इंडिया रेडियो के उद्घोषक रहे सर्वप्रिय निर्मोही ने की।
रोशन जसवाल ने कहा कि रेडियो सेवा का एक प्रकार सामुदायिक रेडियो है, जो वाणिज्यिक व सार्वजनिक सेवा से परे रेडियो प्रसारण का एक तीसरा मॉडल प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि किसी छोटे समुदाय द्वारा संचालित कम लागत वाला रेडियो स्टेशन जो समुदाय के हितों, उसकी पसंद व समुदाय के विकास को दृष्टिगत रखते हुए गैर व्यवसायिक प्रसारण करता है, सामुदायिक रेडियो कहलाता है। उन्होंने कहा कि वह भी लंबे समय तक ऑल इंडिया रेडियो के शिमला स्टेशन जुड़े रहे और आज भी उन्हें रेडियो सुनने में सुकून मिलता है। उन्होंने सोलन में सामुदायिक रेडियो चलाने के लिए रेडियो के स्टेशन निदेशक डा. बीएस पंवार को भी बधाई दी।
सर्वप्रिय निर्मोही ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि सोलन में 12 साल से सामुदायिक रेडियो 90.4 चल रहा है। उन्होंने बताया कि पहले रेडियो का मतलब केवल ऑल इंडिया रेडियो था, लेकिन तरंगों पर तो किसी का अधिकार नहीं। इसके बाद व्यवसायिक रेडियो व 2006 के बाद भारत में भी सामुदायिक रेडियो का कॉन्सेप्ट आया। डीपीआरओ सोलन हेमंत वत्स ने कहा कि उनका भी रेडियो से नाता रहा है। रेडियो आज भी जनसंचार का प्रभावी माध्यम है। कोरोना काल में रेडियो की भूमिका अहम रही।
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