कफ सिरप के साथ कैंसर और अस्थमा की मेडिसिन भी सेफ नहीं, CDSCO की जांच में 205 दवाओं के सैंपल फेल
हिमाचल प्रदेश में कफ सिरप के साथ कैंसर और अस्थमा की दवाइयों के सैंपल भी फेल हो गए हैं, जिससे राज्य में दवाओं की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। सोलन में ...और पढ़ें

CDSCO की जांच में 205 दवाओं के सैंपल फेल (File Photo)
जागरण संवाददाता, सोलन। देशभर में फिर अनेक दवा उद्योगों की दवाएं गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं उतरी हैं। मध्य प्रदेश में सिरप से बच्चों की जान चले जाने के बाद भी हर माह कई तरह के सिरप के सैंपल फेल पाए जा रहे हैं। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के नवंबर के ड्रग अलर्ट में भी देशभर के उद्योगों से लिए सैंपल में 205 फेल पाए गए हैं।
इनमें दिल, कैंसर, मधुमेह, हाई बीपी, अस्थमा, संक्रमण, दर्द, सूजन, पेट के कीड़े, अनीमिया और मिर्गी जैसी गंभीर बीमारियों में इस्तेमाल होने वाली दवाएं शामिल हैं।
हिमाचल के उद्योगों में बनी दवाओं के सर्वाधिक सैंपल फेल हुए हैं। मधुमेह के लिए इस्तेमाल होने वाली उत्तराखंड के सुरक्षा फार्मा में बनी मेटफोर्मिन हाइड्रोक्लोराइड प्रोलोंग्ड रिलीज एंड गलिंप्राइड दवा का बैच नंबर वीपीपी11224 और खून पतला करने वाली हिमाचल के नालागढ़ के थियोन फार्मा में बनी क्लोपिडोग्रेल एंड एंस्प्रिन दवा का बैच नंबर जीटी250375 फेल हुआ है।
मिर्गी के दौरे वाली दवा के सैंपल फेल
डिप्रेशन कम करने वाली उत्तर प्रदेश के यूनिक्योर इंडिया उद्योग में बनी अमित्रिप्टिलिन दवा का बैच नंबर एएमटी1305 और मिर्गी के दौरे में इस्तेमाल होने वाली उत्तराखंड के सुपरमैक्स ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल उद्योग में निर्मित सोडियम वैलप्रोएट एंड वेलप्रोइक एसिड कंट्रोल्ड दवा का बैच नंबर एसटी-240134 फेल हुआ है।
हृदयाघात पर रक्त को नियंत्रित करने में इस्तेमाल होने वाले अहमदाबाद के दियाल फार्मास्यूटिकल उद्योग में बने मेटोप्रोलोल इंजेक्शन बैच नंबर डीएबी004 और आपरेशन से पहले मरीज को सुन्न करने के लिए दिए जाने वाले हिमाचल के सिरमौर जिला के प्रोटेक टेलीलिंक उद्योग में बने बुपीवैक्सिन इंजेक्शन बैच नंबर एल2022410बी को फेल पाया गया है।
इन राज्यों की दवाओं के सैंपल हुए फेल
हिमाचल की 48, उत्तराखंड की 38, गुजरात की 26, मध्य प्रदेश की 19, तमिलनाडु की 17, हरियाणा की नौ, तेलंगाना की सात, सिक्किम व पुडुचेरी की पांच-पांच, महाराष्ट्र की चार, पंजाब व बंगाल की तीन-तीन, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, राजस्थान, उत्तर प्रदेश की दो-दो और केरल की एक दवा का सैंपल फेल पाया गया है। इसके अलावा शेष दवाएं अन्य राज्यों की फेल पाई गई हैं।

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