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    सिरमौर में संविधान बना 'साक्षी', बिना पंडित-फेरों के दो भाइयों की अनोखी शादी वायरल

    Updated: Sun, 26 Oct 2025 08:59 PM (IST)

    सिरमौर जिले के शिलाई क्षेत्र में दो भाइयों ने संविधान को साक्षी मानकर शादी की, जो इंटरनेट पर खूब वायरल हो रही है। ग्राम पंचायत नैनीधार के कलोग गांव में विनोद आजाद और सुनील कुमार ने बिना पंडित और फेरों के यह अनोखा विवाह किया। इस शादी का उद्देश्य सामाजिक संदेश देना है। इससे पहले, इसी क्षेत्र में 'जोड़ीदार प्रथा' के तहत दो भाइयों ने एक ही युवती से विवाह किया था।a

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    शिलाई के नाया व कटाडी में संविधान को साक्षी मानकर हुई दो भाइयों की शादियां (फोटो: जागरण)

    जागरण संवाददाता, नाहन। सिरमौर जिला के गिरीपार का शिलाई विधानसभा क्षेत्र एक बार फिर अपने अनूठे रीति-रिवाजों के कारण रविवार को चर्चा का विषय बन गया है। रविवार को संविधान के समक्ष की गई दो भाइयों की शादियां एक बार फिर इंटरनेट मीडिया पर वायरल होती रही।

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    कुछ महीने पहले जहां यहां 'हाटी' समुदाय की सदियों पुरानी 'जोड़ीदार प्रथा' के तहत दो सगे भाइयों ने एक ही युवती से विवाह कर सुर्खियां बटोरी थीं, वहीं अब इसी क्षेत्र में रविवार को एक और अनोखी शादी हुई है।

    शिलाई विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत नैनीधार के कलोग गांव के दो भाइयों विनोद आजाद की बारात नाया और सुनील कुमार की बारात कटाडी लानी बोराड में रविवार को पहुंची।

    दोनों स्थानों पर विवाह समारोह में दूल्हा-दुल्हन ने सात फेरों की जगह भारतीय संविधान को साक्षी मानकर वैवाहिक परम्परा निभाई। इस अनोखी शादी में ना तो पंडित को बुलाया गया था, ना ही सात फेरे हुए।

    यह अनोखी शादी सिरमौर जिले की नैनीधार पंचायत के कलोग गांव में हुई, जहां केदार सिंह के परिवार ने एक सामाजिक संदेश देने वाला विवाह आयोजित किया है। विवाह में शामिल हुए प्रत्यक्ष दर्शी, नाहन डाइट में प्रवक्ता एवं जिला प्रवक्ता संघ सिरमौर के अध

    यह शादी इसलिए भी चर्चा में है, क्योंकि कुछ समय पहले शिलाई विधानसभा क्षेत्र में ही बहुपति विवाह की परंपरा के तहत दो सगे भाइयों प्रदीप नेगी और कपिल नेगी ने एक ही युवती से शादी की थी।

    यह विवाह हाटी समुदाय की 'जोड़ीदार प्रथा' को पुनर्जीवित करने के तौर पर खूब वायरल हुआ था। अब कलोग गांव की यह शादी, जो सामाजिक समानता और आधुनिक सोच को दर्शाती है, ने एक बार फिर इस क्षेत्र को राष्ट्रीय पटल पर ला दिया है।