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    Himachal News: वैशाख संक्रांति को खुलेंगे चूड़धार के शिरगुल महाराज मंदिर के कपाट, यात्री इन बातों का दें ध्यान

    By Jagran NewsEdited By: Swati Singh
    Updated: Thu, 13 Apr 2023 05:46 PM (IST)

    Himachal News चूड़धार में चार महीने से बंद ढाबे व दुकानें भी शुक्रवार से ही खुल जाएंगे। मंदिर में नियमित रूप से पूजा पाठ भी शुरू हो जाएगा। यात्रियों के ठहरने के लिए जहां मंदिर की सराय में व्यवस्था होगी।

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    वैशाख संक्रांति को खुलेंगे चूड़धार के शिरगुल महाराज मंदिर के कपाट

    नाहन, जागरण संवाददाता। वैशाख संक्रांति के मौके पर हिमाचल प्रदेश में विशेष तैयारियां की गई हैं। जिला सिरमौर की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित शिरगुल महाराज मंदिर चूड़धार के कपाट वैशाख संक्रांति के दिन शुक्रवार को खुलेंगे। जिसके बाद से अगले 5 महीनों तक चूड़धार की यात्रा जारी रहेगी। बता दें कि चूड़धार स्थित शिरगुल महाराज सिरमौर, शिमला, सोलन तथा उत्तराखंड के लोगों के आराध्य देव हैं।

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    चूड़धार में चार महीने से बंद ढाबे व दुकानें भी शुक्रवार से ही खुल जाएंगे। मंदिर में नियमित रूप से पूजा पाठ भी शुरू हो जाएगा। यात्रियों के ठहरने के लिए जहां मंदिर की सराय में व्यवस्था होगी। वही अगले कुछ दिनों तक लंगर सेवा शुरू होने तक यात्रियों को खाने पीने की व्यवस्था ढाबो में करनी पड़ेगी।

    संक्रांति के दिन खुलेंगे मंदिर के कपाट

    चूड़धार मंदिर कमेटी के अध्यक्ष एवं एसडीएम चौपाल चैत सिंह ने सूचना जारी करते हुए कहा है कि परंपरा अनुसार संक्रांति के दिन मंदिर के कपाट खोले जा रहे हैं। शुक्रवार से मंदिर में नियमित रूप से विधि पूर्वक पूजा पाठ शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि यात्रा की सभी तैयारियां पूरी कर दी गई है। मंदिर के पुजारी व पूरा स्टाफ चूड़धार पहुंच गया है। सभी ढाबे व दुकानदारों को दुकान खोलने के आदेश दिए गए है।

    रास्ते में जमी बर्फ, चेतावनी जारी

    एसडीएम की ओर से जारी सूचना में यात्रा के शुरू होने की जानकारी प्रदान करने के साथ ही यात्रा बारे चेतावनी भी जारी की गई है। उन्होंने कहा है कि चूड़धार के सभी रास्तों में अभी भी भारी बर्फ जमी हुई है। इस लिए यात्रा जोखिम पूर्ण है।

    उन्होंने यात्रियों से अपील की है की वह यात्रा संभाल कर करें। एसडीएम ने बताया कि कुछ स्थानीय श्रद्धालु पहले से ही चूड़धार पहुंच रहे है, इसलिए बर्फ पर रास्ता बना हुआ है मगर इसके बावजूद भी यात्रियों को सावधानी बरतने के आवश्यकता है।