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    सिरमौर में NH-07 की हालत बदहाल, गड्ढों में तब्दील कालाअंब-पांवटा सड़क पर यात्रियों का हाल बेहाल

    Updated: Thu, 23 Oct 2025 05:14 PM (IST)

    जिला सिरमौर में नेशनल हाईवे 07 कालाअंब-पांवटा साहिब की हालत लिंक रोड से भी बदतर हो गई है। आमवाला सैनवाला से कालाअंब तक सड़क में गड्ढे ही गड्ढे हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है। देहरादून से चंडीगढ़ जाने वाले 10 हजार से अधिक वाहन प्रतिदिन इस सड़क से गुजरते हैं। विभाग का कहना है कि मरम्मत के लिए डीपीआर भेजी गई है।

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    लिंक रोड से भी बेहतर हो चुकी है जिला सिरमौर के सबसे पुराने नेशनल हाईवे 07 कालाअंब पांवटा साहिब की हालत (फोटो: जागरण)

    राजन पुंडीर, नाहन। देश भर में जीवन की भाग्य रेखाएं कहलाए जाने वाली सड़कों की हालत जिला सिरमौर में बद से बदतर हो चुकी है। लिंक रोड, संपर्क सड़कों, मुख्य जिला मार्गो व राज्य मार्ग की हालत तो सिरमौर जिला में पिछले लंबे समय से खस्ताहाल हैं। वही पिछले 6 महीनों से जिला सिरमौर के सबसे पुराने कालाअंब पांवटा साहिब नेशनल हाईवे की हालत भी अब लिंक रोड से भी बद्तर हो चुकी है।

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    आलम यह है कि नेशनल हाईवे 07 के आमवाला सैनवाला से लेकर कालाअंब तक के हिस्से में वाहन चालकों को यह समझ नहीं आ रहा है कि सड़क में गड्ढे हैं या गढ़ों में नेशनल हाईवे। कालाअंब से आमवाला तक पहले जहां 15 मिनट का समय लगता था, अब वहां पर 1 घंटे का समय लग रहा है। हरियाणा से हिमाचल की सीमा पर प्रवेश करते ही सड़क की खस्ता हालत देखकर अंदाजा लग जाता है कि सिरमौर जिला में गाड़ी प्रवेश कर चुकी है।

    जिला सिरमौर के दोनों पड़ोसी राज्यों उत्तराखंड और हरियाणा में सड़कों की हालत बहुत अच्छी है। इन दोनों राज्यों से जब हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में वाहन चालक प्रवेश करता है, तो खस्ताहाल नेशनल हाईवे की स्थिति देखकर उसे हिमाचल और जिला सिरमौर की स्थिति का अंदाजा लग जाता है। कालाअंब पांवट

    साहिब नेशनल हाईवे उत्तराखंड की राजधानी देहरादून तथा केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ को आपस में जोड़ता है। यह हाईवे फोरलेन के लिए प्रस्तावित है, मगर मामला अभी बजट और फॉरेस्ट क्लीयरेंस के चलते लंबित चल रहा है। वहीं नेशनल हाईवे नाहन मंडल इस सड़क की हालत सुधारने में नाकाम साबित हो रहा है।

    पिछले 6 महीनों से सड़क की हालत गली मोहल्ले की सड़कों से भी बदतर हो चुकी है। देहरादून से चंडीगढ़ जाने वाले करीब 10 हजार से अधिक वाहन प्रतिदिन इस सड़क मार्ग से गुजरते हैं। मगर फिर भी केंद्र सरकार, सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय इस हाईवे की हालत सुधारने में नाकामयाब रहा है। जिसका खामियाजा इस सड़क पर सफर करने वाले आम यात्री और वाहन चालक भुगत रहे हैं।

    उधर जब इस संदर्भ में नेशनल हाईवे नाहन मंडल के सहायक अभियंता नीतिश शर्मा से संपर्क किया गया, तो उन्होंने बताया कि नेशनल हाईवे के कालाअंब से लेकर कांस्य वाला तक के हिस्से को पीबीएमसी (परफॉर्मेंस बेस्ट मेंटिनेस कांट्रैक्ट) के तहत लाने के लिए मंत्रालय को डीपीआर भेजी गई है, स्वीकृति मिलने के बाद सड़क की मुरम्मत का कार्य शुरू होगा।