बचपन में ही उठ गया था पिता का साया, मां ने की परवरिश; अब पुरुषोत्तम ने उत्तीर्ण की जेआरएफ परीक्षा
पुरुषोत्तम शर्मा ने जूनियर रिसर्च फैलोशिप (जेआरएफ) परीक्षा उत्तीर्ण की है जो उनके परिवार के लिए गर्व का क्षण है। पिता की असामयिक मृत्यु के बाद उनकी माता भावना शर्मा ने उनका पालन-पोषण किया जो सराहां के एक विद्यालय में लैब सहायक हैं। पुरुषोत्तम ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में मास्टर डिग्री हासिल की है।

जागरण संवाददाता, नाहन। जिला सिरमौर के पच्छाद उपमंडल की धरोटी पंचायत के लोहरड़ी गांव के पुरुषोत्तम शर्मा ने हाल ही में जूनियर रिसर्च फैलोशिप परीक्षा उत्तीर्ण की है। केंद्र सरकार की नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा जेआरएफ की परीक्षा आयोजित की जाती है।
पुरुषोत्तम शर्मा ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से इंग्लिश विषय में अंग्रेजी विषय में मास्टर डिग्री की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुरुषोत्तम जब कुछ ही महीनों का था, तो पिता विजयकांत शर्मा की एक निजी बस दुर्घटना में मौत हो गई।
माता भावना शर्मा ने पुरुषोत्तम का लालन-पालन किया तथा अब अपनी माता के सपनों को साकार कर रहा है। पुरुषोत्तम शर्मा की माता भावना शर्मा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराहां में लैब सहायक के पद पर कार्यरत है।
दादा सोम दत शर्मा क्षेत्र के जाने-माने पंडित हैं, चाचा रमाकांत शास्त्री के पद पर है। दूसरे चाचा शशीकांत ने पुरुषोत्तम के लालन-पालन में अहम योगदान किया। वहीं, बड़ी बहन रोहिणी शर्मा पीएचडी संस्कृत कर रही है।
दोनों बच्चे अपने मामा डॉ. मनोज शर्मा जो एमएचआरडी के पूर्व रिसोर्स पर्सन एवं इग्नू में सेवाएं दे रहे है, की राह पर अग्रसर होकर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं। गौरतलब है कि इन्हीं के गांव के वरिष्ठ आईएएस राजेन्द्र शर्मा गुजरात कैडर भी इनके प्रेणना स्रोत रहें है।
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