बडू साहिब में इंटरनल यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह संपन्न, 320 छात्रों को मिली डिग्री
नाहन के बडू साहिब में इंटरनल यूनिवर्सिटी का 12वाँ दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया जिसमें 320 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं। कुलपति डॉ. जसविंदर सिंह ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला जिसमें बीएससी (ऑनर्स) कृषि को आईसीएआर मान्यता शामिल है। मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. हरमीत सिंह रेहान ने उच्च शिक्षा के प्रयासों की सराहना की और छात्रों को उभरते क्षेत्रों पर कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
जागरण संवाददाता, नाहन। जिला सिरमौर के बडू साहिब में शनिवार को इंटरनल यूनिवर्सिटी ने अपना 12वाँ दीक्षांत समारोह आयोजित किया। इस अवसर पर शैक्षणिक सत्र 2023–24 के दौरान स्नातक, स्नातकोत्तर एवं पीएचडी कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक पूरा करने वाली 320 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं।
इनमें 223 स्नातक, 78 स्नातकोत्तर तथा 19 डॉक्टरेट डिग्रियां सम्मिलित थीं। उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए विश्वविद्यालय पदक और स्वर्ण पदक भी प्रदान किए गए। समारोह के शुभारंभ पर कुलपति डॉ. जसविंदर सिंह ने विश्वविद्यालय की महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। जिनमें बीएससी (ऑनर्स) कृषि को आईसीएआर मान्यता, आधुनिक पुस्तकालय, प्लेसमेंट सेल, सीसीटीवी निगरानी, ईआरपी मॉड्यूल तथा अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं का विकास शामिल है।
उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 तथा राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा के सफल क्रियान्वयन का भी उल्लेख किया। समारोह में पहुंचे मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. हरमीत सिंह रेहान निदेशक एवं प्रोफेसर लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज नई दिल्ली ने विश्वविद्यालय के शांत एवं आध्यात्मिक वातावरण में उच्च शिक्षा के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने छात्रों एवं शोधकर्ताओं को जीन संवर्धित खाद्य, रोबोटिक्स, सैटेलाइट तकनीक और अंतरराष्ट्रीय सहयोग जैसे उभरते क्षेत्रों पर कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
विशिष्ट अतिथि सरदार भजन सिंह (सिंगापुर) ने विश्वविद्यालय की उल्लेखनीय प्रगति को सराहा। वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय के कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन डॉ. गुरप्रीत सिंह ने मूल्य आधारित शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। कलगीधर ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. दविंदर सिंह ने अभिभावकों का धन्यवाद आभार करते हुए कहा कि उनकी आस्था और सहयोग ही बेटियों की उच्च शिक्षा के लिए प्रेरक शक्ति है।
उन्होंने संत बाबा अत्तर सिंह, संत बाबा तेजा सिंह और पद्मश्री बाबा इकबाल सिंह के योगदान को याद करते हुए शिक्षा व आध्यात्मिकता के समन्वय से विश्व शांति का संदेश दिया। समारोह के समापन अवसर पर कलगीधर सोसाइटी की सलाहकार डॉ. नीलम कौर ने कहा कि युवा बेटियाँ ही भविष्य की धुरी हैं। इस अवसर पर पूर्व कुलपति डॉ. मनमोहन अटवाल सिंह, पद्मश्री विद्यानंद सरैक, संकाय सदस्य, अभिभावक एवं स्टाफ बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
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