Sirmaur News: पांवटा साहिब में जमीन पर अवैध कब्जा, DC ऑफिस पहुंचे द ग्रेट खल्ली; प्रशासन से की न्याय की मांग
तहसीलदार पांवटा साहिब ऋषभ शर्मा ने खली के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि विवादित भूमि खली की नहीं है। उन्होंने बताया कि यह मामला पहले ही न्यायालय में ...और पढ़ें

Sirmaur News: द ग्रेट खली पहुंचे DC ऑफिस। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, पांवटा साहिब। सिरमौर के पांवटा साहिब उपमंडल के सूरजपुर में जमीन को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। शुक्रवार को सूरजपुर की कुछ महिलाएं द ग्रेट खली के साथ नाहन पहुंचीं और उपायुक्त सिरमौर प्रियंका वर्मा से मुलाकात की।
उन्होंने जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश के आरोप लगाते हुए पूरी शिकायत उपायुक्त को सौंपी। मुलाकात के दौरान खली और महिलाओं ने उपायुक्त को पूरे मामले की जानकारी दी और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रशासन सही जांच करे और वहां रह रहे परिवारों को न्याय दिलाए।
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि वे 28-08 बीघा जमीन की सहस्वामी हैं। पिछले पांच दशक से वहां रह रहे हैं। लेकिन अब परिवारों पर अचानक दबाव बनाया जा रहा है और उनके जमीन को हड़पने का प्रयास किया जा रहा है। नाहन में मीडिया से बात करते हुए खली ने कहा कि 20 मई को कुछ लोगों ने जमीन पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की।
राजस्व अधिकारी पर लगे गंभीर आरोप
ग्रामीणों, महिलाओं और शिकायतकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर यह प्रयास नाकाम कर दिया। शिकायत में कहा गया है कि यह पूरी कार्रवाई राजस्व अधिकारियों की मिलीभगत से की गई।
दूसरी घटना 18 जुलाई को हुई। आरोपित लोगों ने फिर से जमीन में घुसने की कोशिश की। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि जमीन वर्षों से उनके कब्जे में है। इसके बावजूद बार-बार अवैध तरीके अपनाए जा रहे हैं।
शिकायत में यह भी आरोप है कि संबंधित तहसीलदार और कुछ राजस्व अधिकारी अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।
वे निजी व्यक्तियों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। शिकायत के अनुसार राजस्व रिकॉर्ड में गलत तरीके से हेरफेर की कोशिश की जा रही है और यह सब बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के किया जा रहा है।
खली के दावे पर क्या बोले अधिकारी
वहीं, शाम होते-होते तहसीलदार पांवटा साहिब ऋषभ शर्मा भी, पांवटा साहिब में स्वयं मीडिया के सामने आए और खली के सभी आरोपों को तथ्यों सहित खारिज किया। तहसीलदार ने सभी आरोपों का पूरी तरह खंडन किया है।
उनका कहना है कि जिस जमीन पर महिलाएं और खली दावा कर रहे हैं, वह जमीन वास्तव में उनकी नहीं है। तहसीलदार ने यह भी कहा कि राजस्व विभाग अपनी कानूनी प्रक्रिया के अनुसार ही कार्य कर रहा है।
जिस भूमि को लेकर विवाद उठाया जा रहा है, वह विमला देवी बनाम हेमलता, गांव सूरजपुर का मामला है, जो नायब तहसीलदार कोर्ट पांवटा साहिब में केस संख्या 11/25 के तहत दर्ज था।
सरकारी अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश
यह मामला 25 मार्च 2025 को ही निर्णयित हो चुका है। तहसीलदार ऋषभ शर्मा ने आरोप लगाया कि खली अपनी प्रसिद्धि का लाभ उठाकर सरकारी अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि खली 27 अक्टूबर को करीब 50 लोगों के साथ उनके कार्यालय पहुंचे थे, जहां उन्हें लगभग तीन घंटे तक मामले से संबंधित सभी राजस्व अभिलेख और तथ्य दिखाए गए थे।
तहसीलदार के अनुसार, जिस भूमि पर वर्तमान में खली कब्जा होने का दावा कर रहे हैं वह खाता संख्या 6 में आती है, जबकि उनकी वास्तविक भूमि खाता संख्या 8 में स्थित है। खली को सलाह दी गई थी कि यदि किसी प्रकार का संदेह है तो वे निशानदेही करवाएं या माननीय न्यायालय से स्टे आदेश प्राप्त कर लें।
तहसीलदार ने यह भी आरोप लगाया कि इसके बावजूद 23 नवंबर (रविवार) को खली ने पंजाब से कुछ लोगों को बुलाया, जिनके हाथों में धारदार हथियार थे, और विवादित भूमि पर जबरन बाउंड्री दी गई।
उन्होंने खली से आग्रह किया कि वे भूमि की सही स्थिति स्पष्ट कराने के लिए लिखित में आवेदन करें और किसी भी उच्च अधिकारी से निशानदेही की प्रक्रिया पूरी करवाएं, ताकि विवाद का समाधान प्रशासनिक तरीके से हो सके।

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