Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Himachal News: 'मोहर्रम के जुलूस' को लेकर नाहन में मुस्लिमों के दो गुटों में खूनी झड़प, 4 लोग घायल

    बुधवार को हिमाचल (Himachal News) के नाहन में मोहर्रम के मौके पर ताजिए के जुलूस को लेकर मुस्लिम समुदाय के दो गुटों में विवाद हो गया। दोनों गुटों में हुई गलतफहमी के कारण जमकर खूनी संघर्ष हुआ। जिसमें चार लोग घायल हो गए जिनका मेडिकल कॉलेज नाहन में इलाज चल रहा है। पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

    By Jagran News Edited By: Jagran News NetworkUpdated: Thu, 18 Jul 2024 12:14 PM (IST)
    Hero Image
    'मोहर्रम के जुलूस' को लेकर नाहन में विवाद (जागरण फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, नाहन। हिमाचल के सिरमौर जिले के मुख्यालय नाहन में बुधवार (17 जुलाई) को मोहर्रम के मौके पर निकाले जुलूस में अफवाह के कारण खूनी संघर्ष हो गया। मारपीट में चार लोग घायल हुए, जिन्हें मेडिकल कॉलेज नाहन पहुंचाया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उपचार के बाद घायलों को छुट्टी दे दी गई। पुलिस ने घायलों का मेडिकल करवाकर अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष सहित 10 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है।

    पुलिस के अनुसार बुधवार सुबह करीब चार बजे शिया समुदाय के लोग नाहंन के रानीताल मोहल्ला में मोहर्रम के उपलक्ष्य पर जुलूस की तैयारी कर रहे थे। शहर की छह मस्जिदों के इमाम व एसडीएम की ओर से जारी दिशानिर्देश बताने के लिए अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष बाबी अहमद रानीताल मोहल्ला पहुंचे।

    अफवाह की वजह से हुआ विवाद

    बाबी अहमद ने शिया समुदाय के लोगों को बताया कि इस बार खूनी जुलूस नहीं निकाला जाएगा और न ही किसी तरह का हथियार लेकर जुलूस के साथ चल सकेंगे। दो वर्गों में बंटे समुदाय के एक पक्ष ने भीड़ में यह अफवाह फैला दी कि अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष जुलूस को प्रतिबंधित करवाना चाहते हैं।

    गलतफहमी का शिकार हुए लोगों ने रानीताल मस्जिद के समीप बाबी अहमद के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इस दौरान दोनों पक्षों में हाथापाई हुई। बाबी अहमद ने उन्हें बताया कि एसडीएम ने छह मस्जिदों के इमाम व उनके साथ विचार-विमर्श के बाद शांतिपूर्वक जुलूस निकालने का आदेश दिया है।

    जुलूस को प्रतिबंधित करने की कोई योजना नहीं है। माहौल तनावपूर्ण होने पर बाबी अहमद वहां से चले गए। मुस्लिम समुदाय के लोगों को पता चला कि काका उर्फ सोहेल ने अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष के साथ दुर्व्यवहार किया है तो मामले ने तूल पकड़ लिया। बाबी अहमद की राय पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने काका को माफी मांगने के लिए लालटेन चौक पर बुलाया।

    यह भी पढ़ें: यूपी में मुहर्रम जुलूस के दौरान बवाल, कई जिलों में दो समुदाय आमने-सामने; बिजली के तार में ताजिया छूने से एक की मौत

    4 लोग हुए घायल

    बाबी ने भरोसा दिया था कि कोई भी व्यक्ति काका की पिटाई व गालीगलौज नहीं करेगा। इसके बावजूद काका व उसके साथ आए ताहिर अकबर व अन्य लोगों की भीड़ ने पिटाई शुरू कर दी। ताहिर अकबर की नाक पर गंभीर चोट आई जबकि तीन अन्य लोगों के सिर व शरीर पर हल्की चोटें लगीं।

    पुलिस ने बीच-बचाव कर दोनों पक्षों को अलग किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेश रोल्टा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि बाबी अहमद सहित 10 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है।

    एसडीएम सलीम आजम ने बताया कि इमाम व अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष के साथ विचार-विमर्श कर खूनी जुलूस निकालने की मनाही की थी न कि इस पर प्रतिबंध की बात कही थी। दो गुटों में हुई गलतफहमी के कारण सारा विवाद हुआ।

    यह भी पढ़ें: Moharram 2024: गोरखपुर में मोहर्रम जुलूस में शामिल ताजिया में उतरा करंट, मचा हड़कंप, कई घायल