चार लाख में खरीदी थी नकली एटीएम कार्ड बनाने की मशीन
यह मशीन केवल बैंकों को ही उपलब्ध करवाई जाती है। यह जांच का विषय है कि दिल्ली में यह मशीन आरोपियों ने किससे खरीदी। ...और पढ़ें

पुलिस टीम आरोपियों को नाहन के माल रोड स्थित एटीएम कक्ष रूम पर भी ले गई, जहां पर उन्होंने कार्ड बदला था। नाहन के अतिरिक्त उन्होंने सोलन व शिमला में भी ठगी के प्रयास किए थे। शुक्रवार को हिमाचल के कई पुलिस थानों से नाहन सदर थाना व एसआइटी को फोन आते रहे कि आरोपियों से उनके थानों में दर्ज मामलों के बारे में भी पूछा जाए। कुल्लू, कांगड़ा व शिमला सहित कई पुलिस थानों के अधिकारियों ने इस संदर्भ में नाहन थाना में संपर्क किया।
आरोपियों से जो तीन लाख नौ हजार रुपये मिले वह सिर्फ एक दिन की ठगी के हैं। आरोपी 2015 से एटीएम कार्ड बदलकर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। तीन वर्षों में आरोपियों ने दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश व हिमाचल में हजारों लोगों के एटीएम कार्ड बदलकर ठगी का शिकार बनाया है। हालांकि पुलिस पूछताछ में अभी साफ नहीं हुआ कि तीन वर्षों में इन्होंने कितने करोड़ की ठगी की है।
ऐसे देते थे ठगी को अंजाम पुलिस के अनुसार एटीएम से पैसे निकालने में लोगों की मदद के बहाने यह कार्ड को अपनी मशीन में डालते थे और उसका सारा डाटा कॉपी कर लेते थे। इसके बाद ठग फर्जी एटीएम कार्ड बनाकर खाते से रुपये निकाल लेते थे। इस क्लोन मशीन के लिए एक अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल भी किया जाता था।
एटीएम कार्ड बदलकर लोगों से ठगी करने वाले चारों आरोपियों से आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है। जल्द ही बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।
-भागमल ठाकुर एएसपी सिरमौर।

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