लोक निर्माण विभाग की मेहरबानी, बिना टेंडर के MLA के भाई को मिला लाखों का ठेका
हिमाचल के करसोग में एक सत्ताधारी विधायक के भाई को बिना किसी टेंडर के ही 14 लाख का कार्य सौंप दिया गया है ये खुलासा आरटीआई के तहत किया गया है।
शिमला, रमेश सिंगटा। रसूखदार ठेकेदारों पर लोक निर्माण विभाग मेहरबान है। मंडी जिले के करसोग में यह मेहरबानी ज्यादा नजर आ रही है। करसोग में सत्ताधारी दल के विधायक के भाई को बिना ई-टेंडर व सामान्य टेंडर के 14 लाख रुपये के 14 कार्य आवंटित किए गए हैं। इनमें पारदर्शिता नहीं बरती गई है। ये कार्य आवंटित करने में विभाग ने आठ महीने लगाए। निर्माण कार्य एक महीने में पूरे कर दिए गए। सूचना का अधिकार (आरटीआइ) के तहत ली गई जानकारी से यह खुलासा हुआ है।
दैनिक जागरण ने यह जानकारी अपील के माध्यम से राज्य सूचना आयोग के आदेश के माध्यम से हासिल की। करसोग मंडल इसे छिपा रहा था। इससे विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। कार्य टुकड़ों में तोड़े गए। इनमें सड़क को चौड़ा करने से लेकर सीलिंग तक के कार्य शामिल हैं। करसोग में ही लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन आवास की मरम्मत का कार्य एक अन्य ठेकेदार को दो हिस्सों में दिया गया। इसके तहत फ्लोर टाइलें व वॉल पेंटिंग के दो काम पिछले साल छह मार्च को आवंटित किए गए। दोनों काम दो लाख 92 हजार रुपये में अवार्ड किए गए। ये कार्य दो जगह देने पर सवाल उठ रहे हैं। इसमें भी टेंडर नहीं किए गए।
विधायक के भाई काफी समय से ठेकेदारी कर रहे हैं। उन्हें 14 लाख 61,174 रुपये के कार्य दिए गए हैं। इनमें सत्ता का कोई प्रभाव नहीं रहा। विधायक ने कोई दबाव नहीं बनाया था। छोटे कार्यों को अलग-अलग जगह किया गया। इस कारण एक ही ठेकेदार को कार्य दिए गए। हमारी कोशिश रहती है सबको कार्य दिए जाएं। आवास की मरम्मत से संबंधित दो कार्य एक ही ठेकेदार को नियमों के तहत दिए गए। सभी कार्य एक महीने में पूरे हो गए थे।
मान सिंह, एक्सईएन, लोक निर्माण विभाग, करसोग
मेरा भाई ठेकेदारी करता है। मैं विभाग के कार्य में दखल नहीं देता हूं। करसोग-कंडा सड़क पर डंगा गिरा था। लोगों ने इसका निर्माण जल्द करवाने की मांग की थी। डेढ़ महीने सड़क बंद रही थी। ऐसे काम होंगे जो तत्काल करने थे। करसोग में सरकार ने करोड़ों रुपये दिए हैं, विभाग देखे कि इनका दुरुपयोग न हो।
हीरा लाल, विधायक, करसोग
मैंने वर्ष 2018 से ठेकेदारी शुरू की थी। कितने काम दिए गए हैं, कैसे दिए गए, इसकी जानकारी नहीं है। मैंने काफी काम पूरे कर लिए हैं। मेरे भाई विधायक हैं, इस कारण ये काम नहीं दिए गए। सत्ता के प्रभाव का सवाल पैदा नहीं होता है। काम बिना टेंडर के आवंटित किए हैं या नहीं, इसका पता किया जाएगा।
बुद्र्धि सिंह, ठेकेदार एवं विधायक के भाई
गुणवत्ता नियंत्रण विंग के नोटिस का एक्सईएन ने दिया जवाब
लोक निर्माण विभाग के करसोग मंडल में चहेते ठेकेदारों को करोड़ों रुपये के कार्य देने के मामले में गुणवत्ता नियंत्रण विंग के नोटिस का एक्सईएन मान सिंह ने जवाब दे दिया है। हालांकि उन्होंने क्या कहा, इसका खुलासा नहीं किया है। दैनिक जागरण ने यह मामला प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
करसोग में न तो ई टेंडरिंग हुई और न ही सामान्य टेंडर लगाए गए। ठेकों को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटा गया था। दस करोड़ रुपये के कार्य 1035 ठेकेदारों को बांटे गए। ये कार्य समाचार पत्रों में भी पब्लिश नहीं किए गए। केवल 48 कार्यों को ही पब्लिश किया गया जो 20 करोड़ के थे। इससे विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। टेंडर न होने से निर्माण कार्यों में प्रतियोगी रेट नहीं आए और सरकार को भी चूना लगा। ठेकों के आवंटन में भ्रष्टाचार की बू आ रही है।
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