अंतराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर शिमला में बवाल, पुलिस और दृष्टिबाधितों में झड़प; आत्मदाह की दी चेतावनी
अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर शिमला में दृष्टिबाधितों ने सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया। राज्य दृष्टिहीन संघ बैकलॉग भर्ती, पेंशन वृद्धि जैसी मांगों को ...और पढ़ें
-1764773200248.webp)
दृष्टिबाधितों ने की चक्काजाम की कोशिश, पुलिस से धक्कामुक्की। फोटो सोर्स- सोशल मीडिया
जागरण संवाददाता, शिमला। अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर जहां देशभर में दिव्यांगों के सम्मान और अधिकारों को लेकर कार्यक्रम हुए, वहीं शिमला में राज्य सचिवालय के बाहर दृष्टिबाधितों ने प्रदर्शन किया। राज्य दृष्टिहीन संघ ने काले रिबन बांधकर प्रदर्शन किया।
संघ 771 दिन से लगातार धरने पर बैठा है और 39 दिन से सचिवालय के बाहर सड़क पर बैठकर अपना विरोध जता रहा है। प्रदर्शन के दौरान दृष्टिबाधितों ने सचिवालय के बाहर चक्काजाम करने की कोशिश की। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो मौके पर धक्कामुक्की भी हुई और माहौल कुछ देर के लिए तनावपूर्ण बन गया। प्रदर्शनकारी लगातार आरोप लगा रहे हैं कि सरकार उनकी मांगों पर सुनवाई के लिए तैयार नहीं है।
राज्य दृष्टिहीन संघ बैकलाग कोटे से भर्ती, पेंशन बढ़ोतरी और अन्य मूलभूत सुविधाओं की मांग कर रहा है। संघ के सचिव राजेश ठाकुर ने कहा कि लंबे समय से शांतिपूर्ण आंदोलन के बावजूद सरकार का कोई भी प्रतिनिधि उनसे मिलने नहीं आया।
अब संघ ने आर या पार की रणनीति बनाते हुए 10 दिसंबर के बाद आंदोलन को और उग्र करने का निर्णय लिया है। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों से दृष्टिबाधित और उनके परिवार शिमला पहुंचेंगे और प्रदर्शन करेंगे।
दृष्टिहीन संघ ने क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। राजेश ठाकुर ने कहा कि यदि सरकार ने जल्द उनकी मांगों को हल नहीं किया तो यह क्रमिक अनशन आमरण अनशन में बदलेगा और मजबूरी में प्रदर्शनकारी आत्मदाह करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
एसडीएम ओशिन के विरुद्ध भी की नारेबाजी, मौके से जाना पड़ा
प्रदर्शन के दौरान एसडीएम शहरी ओशिन शर्मा के विरुद्ध भी प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी जब नारे लगा रहे थे तो एसडीएम ने उन्हें ऐसा करने से रोका। इस पर प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आप अधिकारी भी सरकार का ही पक्ष ले रहे हैं और हमारी कोई नहीं सुन रहा। विवाद बढ़ने पर एसडीएम को मौके से जाना पड़ा व पुलिस ने स्थिति को संभाला।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।