कौन हैं विनय कुमार? जो बने हिमाचल कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष, डिप्टी CM के हैं करीबी; लगातार तीसरी बार बने विधायक
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष विनय कुमार ने इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उन्हें हिमाचल कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। पार्टी में लंबे समय से अध्यक्ष पद को लेकर अटकलें थीं। विनय कुमार सिरमौर जिला के श्रीरेणुका जी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।

विनय कुमार बने हिमाचल कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष विनय कुमार ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके कुछ देर बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उन्हें हिमाचल का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
हालांकि, विनय कुमार विधायक के पद पर बने रहेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर उनका नाम चल रहा था। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी चाहते थे कि एससी समुदाय से ही प्रदेश अध्यक्ष को बनाया जाए। विनय कुमार ने खरगे से मुलाकात भी की थी।
विनय कुमार सिरमौर जिला के श्रीरेणुका जी विधानसभा क्षेत्र से विधायक है। सरकार में उन्हें विधानसभा उपाध्यक्ष का पद सौंपा था। कांग्रेस पार्टी में लंबे समय से नए अध्यक्ष को लेकर अटकलों का दौर चल रहा है लेकिन अब तक किसी का भी नाम फाइनल नहीं हो पाया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी जिन 6 नेताओं को दिल्ली में बैठक के लिए बुलाया था उनमें से एक विनय कुमार भी थे।
विनय के त्यागपत्र से बदले समीकरण
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 26 दिसंबर से धर्मशाला के तपोवन में शुरू हो रहा है। विधानसभा उपाध्यक्ष किस विधायक को बनाया जाए इसको लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है। चर्चा के साथ ही इस पद को लेकर खासी लॉबिंग भी शुरू हो गई है । इस पद पर किसी एक विधायक को जगह मिल सकती है
अब मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा
विनय कुमार के इस्तीफा देने के बाद प्रदेश में मंत्रिमंडल बदलाव को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है। अभी मंत्रिमंडल में एक पद खाली है। चर्चा ये भी है कि एक मंत्री को ड्राप कर किसी नए को उनकी जिम्मेदारी सौंपी जाए।
विनय कुमार मौजूदा समय में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष थे। एससी वर्ग से संबंद्ध रखने वाले विनय कुमार लगातार तीसरी बार विधायक बनें है। वीरभद्र सिंह सरकार में वह सीपीएस रह चुके हैं। माना जा रहा है कि एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत के तहत उन्होंने पहले ही उपाध्यक्ष का पद छोड़ दिया है।
बीते 7 नवंबर को दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास प्रदेश अध्यक्ष चयन को लेकर बैठक आयोजित हुई थी। अध्यक्ष पद को लेकर जो 6 नाम शॉर्ट लिस्ट किए गए थे उन्हें बैठक के लिए बुलाया गया था।
इसमें शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार, विनोद सुल्तानपुरी, आशीष बुटेल व सुरेश कुमार शामिल थे। हाइकमान ने सभी से पूछा था यदि उन्हें अध्यक्ष बनाया जाता है तो वे कैसे संगठन को मजबूत करेंगे। संगठन को मजबूत करने के लिए उनकी क्या योजना है।
लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं विनय कुमार
रेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र से विधायक विनय कुमार लगातार तीसरी बार चुनाव जीते हैं। वह साल 2012 साल 2017 और साल 2022 में विधायक बने। उनके पिता डॉ. प्रेम भी विधायक रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री का माना जाता है करीबी
विनय कुमार को उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का करीबी माना जाता है। हालीलॉज का भी इनके साथ पूरा समर्थन है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की पसंद के तौर पर भी उन्हें देखा जा रहा है। श्रीरेणुका जी विधानसभा क्षेत्र से विनय कुमार चुनाव लड़ते हैं।
2012 के बाद वह कोई भी चुनाव नहीं हारे हैं। वह कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके हैं। कांग्रेस ने पूर्व में तीन कार्यकारी अध्यक्ष बनाए थे, इसमें विनय कुमार भी एक मात्र नेता है जो इस पद पर कार्यरत रहे। उनके साथ जिन दो नेताओं को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया था वह पार्टी छोड़ चुके हैं।

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