Himachal News: विमल नेगी मौत मामले में PPT से खुला ऑडिट का राज, 12.71 करोड़ रुपए के भुगतान से जुड़ा लिंक
हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी मामले में पुलिस को पेन ड्राइव मिली जिसमें 12.71 करोड़ रुपये के भुगतान का ऑडिट पैरा और पीपीटी है। महालेखाकार कार्यालय ने 12.73 करोड़ रुपये के भुगतान पर पैरा बनाया है। डीजीपी के हलफनामे में एसआईटी जांच पर सवाल उठाए गए हैं। हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है जिस पर सबकी नजरें टिकी हैं।
जागपण संवाददाता, शिमला। हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी मामले में पुलिस के हाथ लगी पेन ड्राइव में एक पीपीटी भी है। इसके अलावा कुछ अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं। इसमें 12.71 करोड़ रुपए के भुगतान का ऑडिट पैरा की बात भी कही हैं।
पूरे मामले के गठित की गई जांच कमेटी के एक सदस्य ने भी इंगित किया है। इस पर सवाल पावर कॉरपोरेशन की ओर से पैरा का जवाब देने के बाद ही साफ होगा।
12.73 करोड़ के भुगतान का बनाया गया पैरा
महालेखाकार कार्यालय की ओर से 12.73 करोड रुपए की भुगतान का एक पैरा बनाया गया है ,भविष्य में जब विभाग की ओर से इसका जवाब दिया जाएगा तो इस पर पूरी स्थिति स्पष्ट होगी। पीपीटी में पे्खुवाला प्रोजेक्ट को लेकर एक पूरी प्रस्तुति बनाई गई है।
अमूमन प्रोजेक्टों में इस तरह की प्रस्तुति दी जाती है, लेकिन यदि विषय विशेषज्ञों से इस पर राय ली जाए तो कुछ तथ्य सामने आ सकते हैं। डीजीपी की ओर से हाईकोर्ट में दिए गए हल्फनामे यह स्थिति साफ की गई है।
एसआईटी को लेकर उठाए गए सवाल
बता दें की हाईकोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान डीजीपी के शपथपत्र में एसआईटी जांच को लेकर कई सवाल उठाए गए हैं। इसमें जांच को प्रभावित करने के लिए अधिकारियों पर दवाब डालने और बाधा डालने तक की बात कही गई है।
ऐसे में अब इस मामले में प्रदेश हाईकोर्ट की ओर से जब फैसला आएगा तो उसे पर हिमाचल के अधिकतर लोगों की नजर टिकी है। वर्तमान में हाइकोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला आरक्षित रखा है। उम्मीद है कि शुक्रवार को इस मामले में आदेश जारी हो सकते हैं।
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