Himachal Weather Update: मानसून बना आफत! दो घंटे हुई मूसलाधार बारिश से कई क्षेत्रों में भूस्खलन
Landslide in Himachal हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में दो घंटे तक लगातार बारिश हुई। बारिश होने से टुटू बाईपास पर भूस्खलन से सड़क पर चट्टानें गिरी जिससे आवाजाही बंद रही। प्रशासन ने भूस्खलन की सूचना मिलने के बाद जेसीबी मशीन लगाकर रोड को बहाल करवाया। बारिश होने से पहले ही कई मकान भूस्खलन की जद में आ चुके हैं।

जागरण संवाददाता, शिमला। शिमला में सोमवार सुबह हुई डेढ़ से दो घंटे की वर्षा के कारण कई क्षेत्रों में भूस्खलन हुआ है। हालांकि इससे ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन जैसे-जैसे मानसून गति पकड़ेगा, तो शहर में भूस्खलन का दौर शुरू हो जाएगा और शहर को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
सोमवार सुबह हुई मूसलधार वर्षा से तारादेवी-टुटू बाईपस रोड पर भूस्खलन हुआ। यहां पर बड़ी-बड़ी चट्टानें सड़क पर गिर गई। गनीमत यह रही है चट्टान गिरने के दौरान कोई भी वाहन नहीं गुजर रहा था।
बारिश होने से भूस्खलन का खतरा बढ़ा
भूस्खलन से सड़क यातायात के लिए कुछ देर तक बंद रही है। प्रशासन ने भूस्खलन की सूचना मिलने के बाद जेसीबी मशीन लगाकर रोड को बहाल करवाया। इसके अलावा लिफ्ट के समीप हाईकोर्ट को जाने वाले मार्ग पर पार्किंग के समीप भूस्खलन हो गया।
यहां पर दिनभर भूस्खलन होता रहा। पत्थर गिरने से यहां पर खतरा बना हुआ है। भूस्खलन वाले क्षेत्र को तिरपाल से ढक दिया गया है। वर्षा होने से शहर में भूस्खलन होने का खतरा बढ़ गया है।
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कई मकान खतरे की जद में
सोमवार सुबह हुई बारिश से कृष्णानगर में लोगों ने अपने मकानों के बाहर तिरपाल डाल दिए। यहां पर कई मकान पहले से ही खतरे की जद में आ चुके हैं, जिन्हें पहले ही खाली करवा दिया गया है, लेकिन वर्षा होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
सुरक्षा के लिहाज से लोगों ने तिरपाल को डंगों के ऊपर डाल दिया है। लोगों का कहना है कि नगर निगम व संबंधित विभागों को पिछले वर्ष की आपदा से सबक लेकर इस बार समय रहते कदम उठाने चाहिए, ताकि इस बार ज्यादा नुकसान नहीं उठाना पड़े।
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