आखिरकार जीत गए आइपीएस अधिकारी, चार एसपी को तरक्की
लंबी कानूनी जंग जीतने के बाद आखिरकार हिमाचल काडर के कई आइपीएस अधिकारियों को पदोन्नति का ताहफा मिला है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : लंबी कानूनी जंग जीतने के बाद आखिरकार हिमाचल काडर के कई आइपीएस अधिकारियों को पदोन्नति का तोहफा मिल ही गया। गृह मंत्रालय के निर्देशों के बाद राज्य सरकार ने पांच अधिकारियों को पदोन्नत करने की अधिसूचना जारी कर दी है। इसके मुताबिक चार एसपी को डीआइजी बनाया गया है जबकि एक को एसएसपी का दर्जा मिला है।
राज्य सरकार ने पाच पुलिस अधिकारियों के बैच को अपग्रेड किया है। इनमें सेवानिवृत्त डीआइजी आरएस नेगी, डीआइजी पुनीता भारद्वाज के अलावा तीन अन्य अधिकारी शामिल हैं। आरएस नेगी और पुनीता भारद्वाज को एक बैच का लाभ दिया गया है। इसके बाद आरएस नेगी का आइपीएस बैच अब 2000 किया गया है । उन्हें डीआइजी के तौर पर एक जनवरी 2014 से पदोन्नति मानी गई है। हालाकि वह सेवानिवृत्त हो गए हैं लेकिन उनको इसका वित्तीय लाभ मिलेगा। पुनीत भारद्वाज का बैच 2001 किया गया है। इनकी पदोन्नति अब एक जनवरी 2015 से मानी गई है। वहीं आइपीएस प्रेम ठाकुर, रामेश्वर सिंह ठाकुर व आइपीएस विमल गुप्ता का बैच भी अपग्रेड किया गया है। इनमें आइपीएस प्रेम ठाकुर और विमल गुप्ता का बैच दो साल पहले के लिए अपग्रेड किया गया है। प्रेम ठाकुर को अब आइपीएस का 2004 का बैच दिया गया है जबकि विमल गुप्ता का बैच 2005 किया गया है। सरकार ने प्रेम सिंह ठाकुर को रेगुलर आधार पर डीआइजी बनाया है। प्रेम ठाकुर को एक जनवरी 2018 से डीआइजी के तौर पर पदोन्नति दी गई है। वहीं रामेश्वर सिंह और सोनल अग्निहोत्री को परफॉर्मा आधार पर पदोन्नति दी गई है। ये दोनों अधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर है। ऐसे में इनको परफोर्मा आधार पर पदोन्नति प्रदान की गई है। इनमें रामेश्वर सिंह ठाकुर को आइपीएस का 2003 का काडर दिया गया है। उन्हें एक जनवरी 2017 से डीआइजी के तौर पर पदोन्नति दी गई है। सोनल अग्निहोत्री वर्ष 2004 के आइपीएस अधिकारी हैं। उन्हें एक जनवरी 2018 से पदोन्नति दी गई है। धर्मशाला में विजिलेंस में एसपी के पद पर तैनात विमल गुप्ता अब एसएसपी होंगे। वह वर्दी पर एक अशोका, दो स्टार और ब्लैक कॉलर पहनेंगे। उन्हें कैप डीआइजी की मिलेगी। अगले साल वह डीआइजी बन जाएंगे। 13 साल तक आइपीएस रहने के बाद सलेक्शन ग्रेड मिलता है। वहीं, 14 साल के बाद डीआइजी बन जाते हैं।
------------ एपी नागर होंगे जाइका प्रोजेक्ट के मुख्य प्रोजेक्ट निदेशक
राज्य ब्यूरो, शिमला : आइएफएस अधिकारी एपी नागर अब जाइका प्रोजेक्ट के मुख्य प्रोजेक्ट निदेशक होंगे। वह इस कार्य के अलावा निदेशक प्रोजेक्ट का कार्यभार भी देखेंगे। इस संबंध में एसीएस तरुण कपूर ने अधिसूचना जारी कर दी है। इसके अनुसार एचपीएफएस काडर के अधिकारी रमन शर्मा को जाइका में प्रोजेक्ट निदेशक लगाया गया है। वह अभी डीएफओ प्रोजेक्ट हैं। उधर, वन विभाग में वापस लौटे एचके गुप्ता को मुख्य अरण्यपाल वित्त लगाया गया है। वह इस कार्य से अनिल वैद्य को भारमुक्त करेंगे।
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