हिमाचल के इन 9 जिलों के लोग हो जाएं सावधान! आंधी-तूफान के साथ बिजली गिरने की संभावना; मौसम विभाग ने दी वार्निंग
शिमला में रोहतांग शिंकुला और बारालाचा दर्रे में हल्की बर्फबारी हुई जबकि चंबा जिले के साचपास मार्ग पर डेढ़ फीट हिमपात हुआ जिससे मार्ग बंद हो गया। कुछ स ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, शिमला। रोहतांग, शिंकुला व बारालाचा दर्रे में रविवार को हल्का हिमपात हुआ, जबकि चंबा जिले के साचपास मार्ग पर शनिवार रात को लगभग डेढ़ फीट हिमपात हुआ, जिस कारण यह मार्ग रविवार को बंद रहा। चंबा-साहो मार्ग चट्टानें गिरने के कारण रविवार को लगभग साढ़े तीन घंटे बंद रहा।
शनिवार रात को साहो क्षेत्र में वर्षा हुई थी। रविवार को दिन में भूस्खलन के कारण मार्ग बंद हो गया। रविवार को प्रदेश में कुछ स्थानों पर वर्षा भी हुई। इससे अधिकतम तापमान में एक से तीन, जबकि न्यूनतम तापमान में एक से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। कसौली में सबसे अधिक पांच डिग्री की गिरावट आई है। धर्मशाला में भी वर्षा हुई है। बीते 24 घंटों के दौरान सबसे अधिक वर्षा भरमौर में 13.5, पांवटा साहिब में 11.8, चंबा व कसौली में सात मिलीमीटर दर्ज की गई है।
मौसम विभाग ने दो जून यानी सोमवार को हमीरपुर, बिलासपुर और सिरमौर को छोड़ बाकी नौ जिलों में कई स्थानों पर 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तूफान चलने और बिजली गिरने का यलो अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में कुछ स्थानों पर वर्षा की संभावना है। जबकि तीन और चार जून को भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।
मानसून पूर्व के तीन माह में 39वीं सबसे कम वर्षा
मौसम विभाग ने मानसून से पूर्व की मार्च से मई के दौरान प्रदेश में 1901-2025 की अवधि में 39वीं सबसे कम वर्षा 175.0 मिलीमीटर दर्ज की गई है। प्री-मानसून सीजन में सबसे कम वर्षा वर्ष 2022 में 63.8 मिलीमीटर दर्ज की गई थी। प्रदेश में मार्च से मई के दौरान तीन माह में सामान्य वर्षा 240.7 के मुकाबले 175 मिलीमीटर दर्ज की गई, जो सामान्य से 27 प्रतिशत कम रही है।
प्रतिशतता के आधार पर सिरमौर जिले में सबसे अधिक सामान्य से 73 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है। मिलीमीटर के आधार पर कुल्लू में 247.5 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो सामान्य से 13 प्रतिशत कम है। शिमला में अधिक वर्षा हुई।

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