The Kerala Story: 'आप देश की बेटियों के साथ खड़े हैं या...', अनुराग ठाकुर ने विपक्ष के पाले में डाली गेंद
अनुराग ठाकुर ने कहा कि जो विरोध कर रहे हैं और साथ में विपक्ष को भी यह तय करना होगा कि वे देश की बेटियों और देश की सुरक्षा के साथ खड़े हैं या आतंकियों के साथ खड़े हैं।
शिमला, एजेंसी। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा फिल्म 'द केरला स्टोरी' के प्रदर्शन पर रोक लगाने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए गुरुवार को कहा कि विपक्षी दलों को यह तय करना चाहिए कि वे देश की बेटियों के साथ खड़े हैं या आतंकवादियों के साथ। ठाकुर ने कहा कि विपक्षी दल इतना नीचे गिर चुके हैं कि उनके लिए देश में महिला सुरक्षा से ज्यादा तुष्टीकरण की राजनीति महत्वपूर्ण है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि जो विरोध कर रहे हैं और साथ में विपक्ष को भी यह तय करना होगा कि वे देश की बेटियों और देश की सुरक्षा के साथ खड़े हैं या आतंक के लिए जिम्मेदार लोगों के साथ खड़े हैं। उन्होंने आगे कहा कि मैं दूसरे राज्यों से फिल्म को टैक्स फ्री करने के लिए नहीं कह रहा हूं लेकिन उन्हें इस पर बैन नहीं लगाना चाहिए।
बता दें कि सोमवार को पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सरकार ने फिल्म "द केरल स्टोरी" पर यह कहते हुए प्रतिबंध लगा दिया कि यह राज्य में "शांति बनाए रखने" और "नफरत और हिंसा" की घटनाओं से बचने की कोशिश कर रही है। बंगाल फिल्म पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला राज्य बन गया।
फिल्म 'द केरल स्टोरी' शादी के माध्यम से इस्लाम में परिवर्तित होने के बाद आईएसआईएस शिविरों में तस्करी की गई तीन महिलाओं की कहानी बताती है। भाजपा शासित मध्य प्रदेश में फिल्म को कर मुक्त किए जाने के बावजूद फिल्म को लेकर राजनीतिक हंगामा जारी है।
सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित और विपुल अमृतलाल शाह द्वारा निर्मित इस फिल्म ने बड़े पैमाने पर राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। फिल्म को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब इसके ट्रेलर में दावा किया गया कि केरल की 32,000 महिलाएं लापता हो गई हैं और आतंकवादी समूह आईएसआईएस में शामिल हो गई हैं।
अब अनुराग ठाकुर के इस बयान ने एक गरमागरम राजनीतिक बहस छेड़ दी और कई नेताओं ने दावे की सत्यता पर सवाल उठाया।