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    Himachal News: शिमला में 1190 बच्चों को सुख शिक्षा योजना से मिला पढ़ाई का मौके, सरकार ने खर्च किए 83.77 लाख रुपए

    Updated: Sun, 06 Jul 2025 03:16 PM (IST)

    इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना गरीब बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही है। शिमला जिला में 2025-26 में इस योजना के तहत 83.77 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं जिससे 1190 बच्चों को लाभ मिला है। विधवा विकलांग और तलाकशुदा महिलाओं को अपने बच्चों को पढ़ाने में आर्थिक मदद मिल रही है। सरकार बच्चों को हर महीने 1 हजार रुपये की राशि प्रदान कर रही है।

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    शिमला में 1190 बच्चों को सुख शिक्षा योजना से मिला पढ़ाई का मौके

    जागरण संवाददाता, शिमला। गरीब व जरूरतमंद बच्चों के लिए इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना वरदान सिद्ध हो रही है। विधवा, अपंग व तलाकशुदा महिलाओं को जहां अपने बच्चों को पढ़ाई करवाने में आर्थिक मदद मिल रही है वहीं बच्चों का भविष्य संवारने में यह योजना कारगर सिद्ध हो रही है।

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    जिला शिमला में 18 साल तक के बच्चों के लिए सुख शिक्षा योजना के तहत आर्थिक मदद प्रदान की गई और उन्हें हर माह सरकार की ओर से 1 हजार रुपए की राशि प्रति माह प्रदान की जा रही है जो उनकी शिक्षा के लिए मददगार साबित हो रही है।

    जिला कार्यक्रम अधिकारी ममता पाॅल ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही इस इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना के लिए शिमला जिला में पात्र लाभार्थियों को वर्ष 2025-26 में अभी तक 83 लाख 77 हजार रुपए आवंटित किए जा चुके हैं, जिसमें 18 वर्ष तक के 1190 बच्चों को लाभ दिया जा चुका है।

    जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही इस इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना के लिए पात्र लाभार्थियों की प्रारंभिक शिक्षा की बुनियादी जरूरतें पूरी हो रही है और उच्च शिक्षा के लिए जो आवेदन आ रहे हैं, उन्हें छात्रावास की सुविधा व शिक्षा के लिए सहायता प्रदान की जा रही है।

    महिलाओं ने जताया सरकार का आभार

    सेक्टर-3 न्यू शिमला की शिशुबाला ने बताया कि उनकी 13 वर्षीय बेटी असलीशा स्पेशल चाइल्ड है जोकि उड़ान स्कूल में पढ़ती है। उनको इंदिरा गांधी सुख सीखा योजना की जानकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से मिली जिसके बाद उन्होंने अपने आवश्यक दस्ताव आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पास जमा करवाए।

    उन्होंने बताया कि उन्हें योजना का लाभ मिलना शुरू हो चूका है और पहली किश्त के रूप में 3 हजार रूपए प्राप्त हुए हैं। इसी प्रकार, न्यू शिमला की सुलोचना ने बताया कि उनका 16 वर्षीय बेटा सुजल उड़ान स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहा है। उन्हें भी इस योजना की जानकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अनीता से मिली जिसके बाद उन्होंने अपने दस्तावेज उनके पास जमा करवाए।

    क्या कहते हैं डीसी

    उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का बच्चों के प्रति काफ़ी स्नेह रहता है और इसी दृष्टिगत उन्होंने मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना और इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं बच्चों की शिक्षा और विकास सुनिश्चित करने के लिए चलाई हैं।