परीक्षा खत्म होने तक बच्चे इन बातों का रखें ध्यान, माता-पिता का सहयोग भी जरूरी
Tips for Students हिमाचल में बोर्ड परीक्षाएं व वार्षिक परीक्षाएं शुरु होने वाली हैं ऐसे में अगर इन बातों का ध्यान रखा जाये तो बच्चे अनावाश्यक होने वाले तनाव से बच सकते हैं।
शिमला, जेएनएन। प्रदेशभर में बुधवार से बच्चों की बोर्ड परीक्षाएं व वार्षिक परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। ऐसे में अगर आप पढ़ाई के प्रति अपनी एकाग्रचित शक्ति बढ़ाना चाहते हैं तो एग्जाम खत्म होने तक आपको जंक फूड, मोबाइल फोन और टीवी से दूरी बनानी होगी। जंक फूड जहां आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर डालेगा वहीं मोबाइल फोन और टीवी आपकी एकाग्रता बनने नहीं देंगे।
बच्चों को चाहिए कि एग्जाम टाइम में जंक फूड का सेवन बंद कर दें और मोबाइल फोन और टीवी की जगह मनोरंजन का अन्य संसाधन इस्तेमाल करें। इसके अलावा परीक्षा का भय, ज्यादा से ज्यादा अंक लाने की होड़, साथी बच्चों से तुलना और इसी प्रकार के कई अनेक कारण परीक्षा से पहले बच्चों के मन में तनाव पैदा करते हैं।
पढ़ाई के प्रति एकाग्रचित होने के लिए बच्चों को तनाव की स्थिति से गुजरना पड़ता है। यह तनाव नकारात्मक प्रभाव पैदा करता है और इसका असर बच्चे की स्मरणशक्ति पर भी पड़ता है। इसके कारण पूर्व में तैयार विषय भी याद नहीं रह जाता। इसके अलावा स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर पड़ता है। घबराहट, अनिद्रा, सिरदर्द परीक्षा परिणाम पर विपरीत असर डालती है।
माता-पिता का सहयोग जरूरी
आइजीएमसी के साइकेट्री विभागाध्यक्ष डॉ. दिनेश दत्त शर्मा ने बताया कि एग्जाम टाइम में न सिर्फ बच्चे, बल्कि अभिभावक भी तनाव में दिखते हैं। पढ़ाई का दबाव कुछ इस कदर दिमाग पर छाया रहता है कि परीक्षा का दिन नजदीक आते-आते तनाव बढ़ने लगता है। बच्चों की परीक्षाओं के समय अभिभावकों का साकारात्मक व्यवहार उनके परीक्षा परिणामों पर अच्छा प्रभाव डाल सकता है। इसके अलावा अभिभावकों को चाहिए कि परीक्षा को प्रतिष्ठा का सवाल न बनाएं। यह भी जरूरी है कि वे यह सुनिश्चित करें कि बच्चे की सफलता और विफलता को सहज रूप से स्वीकार करने के लिए मानसिक रूप से तैयार रहें।
बेहतर परिणामों के लिए टिप्स
सात से आठ घंटे की नींद अवश्य लें। भोजन न छोड़ें क्योंकि खाली पेट पढ़ने से समझने और याद रखने में परेशानी होती है। समयसारिणी के अनुसार ही पढ़ाई करें। पहले पढ़े हुए विषयों के रिविजन पर अधिक ध्यान दें। नए विषयों में उलझने से बचें, जो भी विषय कठिन लगे उस पर मित्रों व शिक्षकों से बात करें। संतुलित एवं पौष्टिक आहार लें। पढ़ाई करते दौरान हर आधे घंटे बाद आराम करें। अपने मनोरंजन के लिए हल्का संगीत सुन सकते हैं। सुबह और शाम की सैर भी शरीर को हृष्ट पुष्ट रखने में सहायक है।
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