Himachal News: दो दिनों में आंधी-ओलावृष्टि से 5 करोड़ का नुकसान, शिमला-कुल्लू अधिक प्रभावित; झड़ गए सेब के फूल
हिमाचल प्रदेश में हाल ही में आई आंधी और ओलावृष्टि ने 5 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान किया है। कुल्लू मंडी शिमला और सिरमौर जिलों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। आंधी से 170 मकान और 110 गौशालाएं क्षतिग्रस्त हो गईं। सेब और अन्य फसलों को भारी नुकसान हुआ है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।

राज्य ब्यूरो, शिमला। प्रदेश में दो दिनों की आंधी, ओलावृष्टि ने पांच करोड़ से अधिक का नुकसान किया है। हालांकि ये नुकसान और बढ़ेगा। अभी फिल्ड से कृषि और बागवानी को हुए नुकसान का जमीनी स्तर पर आकलन किया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट करीब एक सप्ताह में आएगी।
प्रदेश में आंधी और ओलावृष्टि के कारण सबसे अधिक कुल्लू, मंडी, शिमला व सिरमौर में नुकसान हुआ है। हालांकि प्रदेश के सभी जिलों में नुकसान बताया जा रहा है। प्रदेश में दो दिनों की आंधी के कारण 170 मकानों और 110 के करीब गौशालाओं के नुकसान बताया जा रहा है। इसमें से अकेले कुल्लू में 101 मकानों को नुकसान हुआ है।
पटवारियों को रिपोर्ट देने के निर्देश
आंधी और ओलावृष्टि के कारण साढ़े चार हजार करोड़ की सेब की आर्थिक को नुकसान हुआ है। कई स्थानों पर तो सेब में आए फूल ही झड़ गए, जबकि गुठलीदार फल पड़ने के अलावा गेहूं, मटर, गोभी आदि फसलों को नुकसान हुआ है। शिमला के कुफरी, ठियोग, नारकंडा, जुब्बल, रोहडू, चौपाल और सिरमौर, मंडी आदि क्षेत्रों में काफी नुकसान हुआ है।
माना जा रहा है कि कृषि और बागवानी को अकेले पांच करोड़ से अधिक के नुकसान का अनुमान है और जमीनी रिपोर्ट आने के बाद इसके और बढ़ेगा। इसके अलावा सड़कों, बिजली के ट्रांसफार्मरों को नुकसान हुआ है। इस संबंध में पटवारियों को रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। विभागों से भी नुकसान की रिपोर्ट मांगी गई है।
प्रदेश में आंधी और ओलावृष्टि के कारण बहुत नुकसान हुआ है। सेब के फूल कई स्थानों पर काफी तादाद में झड़ गए हैं। इसके अलावा भी काफी नुकसान हुआ है। जिसकी रिपोर्ट जल्द देने के निर्देश दिए गए हैं।
- जगत सिंह नेगी, राजस्व मंत्री हिमाचल प्रदेश
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