Himachal News: रोहतांग-बारालाचा पर बिछी बर्फ की चादर, लाहौल-स्पीति में पारा लुढ़का; जानें मौसम का अपडेट
रोहतांग, बारालाचा और शिंकुला दर्रों में हिमपात हुआ है, जिससे लाहुल स्पीति में ठंड बढ़ गई है। कुकुमसेरी में तापमान -6.2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। ...और पढ़ें

रोहतांग, बारालाचा व शिंकुला दर्रों में हिमपात, 14 तक साफ रहेगा मौसम (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, शिमला। रोहतांग, बारालाचा व शिंकुला दर्रों में सोमवार सुबह हिमपात हुआ। मंडी में सुबह कोहरा छाया रहा। ऊंचाई वाले स्थानों ताबो, रिकांगपिओ और कुफरी में 43 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से हवाएं चलीं।
लाहुल स्पीति में हिमपात के बाद मैदानी जिलों में भी ठंड बढ़ गई है। लाहुल स्पीति के कुकुमसेरी में -6.2 डिग्री सेल्सियस और ताबो में -1.8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया।
सबसे अधिक तापमान बिलासपुर में 25.1 डिग्री सेल्सियस रहा। निचले स्थानों में अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। किन्नौर की पहाड़ियों पर हल्का हिमपात हुआ है और झरने जम गए हैं।
मौसम विभाग ने नौ व 10 दिसंबर को बिलासपुर और मंडी जिले में घने कोहरे की संभावना जताई है। प्रदेश में 14 दिसंबर तक मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है।
मनाली, सोलंग घाटी व आसपास के क्षेत्रों में दिनभर बादल छाए रहे। शिमला में धूप खिलने से लोगों को ठंड से कुछ राहत मिली है। प्रदेश में करीब एक माह से सूखा पड़ने से कृषि प्रभावित हुई है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे होने से प्राकृतिक जलस्रोतों, नालों व झरनों में पानी जमने लगा है।
हिमपात और फिसलन को देखते हुए 428 किलोमीटर लंबे मनाली–लेह राष्ट्रीय राजमार्ग को वाहनों की आवाजाही के लिए आधिकारिक रूप से बंद कर दिया है।
इस मार्ग को अगले वर्ष गर्मियों में दर्रों से बर्फ हटने के बाद खोला जाएगा। लद्दाख को हिमाचल से जोड़ने वाले इस मार्ग को लाइफलाइन माना जाता है, जहां से सेना की आवाजाही, रोजमर्रा की सप्लाई और पर्यटन गतिविधियां संचालित होती हैं।

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